तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने अपने वरिष्ठ मंत्री ज्योतिप्रिय मलिक की गिरफ्तारी को ‘प्रतिशोध’ की राजनीति करार दिया और पाला बदलने वाले उन भाजपा नेताओं के खिलाफ कार्रवाई नहीं किये जाने पर सवाल उठाया, जो भ्रष्टाचार के मामलों तथा केंद्रीय एजेंसियों की जांच का सामना कर रहे हैं।
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बंगाल के मंत्री मलिक को राज्य में राशन वितरण से जुड़े करोड़ों रुपये के कथित घोटाले के सिलसिले में धन शोधन मामले में शुक्रवार को गिरफ्तार किया।
मंत्री को 17-18 घंटे की पूछताछ के बाद, धन शोधन रोकथाम अधिनियम (पीएमएलए) के तहत हिरासत में लिया गया।
टीएमसी की ओर से प्रतिक्रिया देते हुए, मंत्री शशि पांजा ने भाजपा पर आरोप लगाया कि वह लोगों से जुड़े मुद्दे उठा रही विपक्ष की आवाज खामोश करने की कोशिश कर रही।
उन्होंने कहा, ‘‘सवाल यह है कि क्यों भाजपा के उन भ्रष्ट नेताओं और दल-बदलुओं को ईडी और सीबीआई ने कभी तलब नहीं किया, जिन पर भ्रष्टाचार के आरोप हैं। भाजपा मनरेगा बकाये के भुगतान की मांग को लेकर अभिषेक बनर्जी द्वारा शुरू किये गए जन आंदोलन से भयभीत है। कमजोर भाजपा चुनिंदा तरीके से निशाना बना रही है।’’
पांजा ने आरोप लगाया कि भाजपा ने मलिक की गिरफ्तारी कराई और दलील दी कि यह रणनीति 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले बंगाल में लोगों के प्रतिरोध का सामना करेगी।
बंगाल में महिला एवं बाल विकास मंत्री ने जांच के समय पर भी सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि चुनाव नजदीक आने पर यह बढ़ जाती है और चुनाव संपन्न हो जाने पर रुक जाती है।उन्होंने कहा, ‘‘भाजपा विपक्ष के खिलाफ राजनीति से प्रेरित और चुनिंदा तरीके से निशाना बनाने के लिए केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है।’’
इसके जवाब में भाजपा ने आरोपों को बेबुनियाद बताते हुए खारिज कर दिया।
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सुकांत मजुमदार ने कहा, ‘‘भाजपा के खिलाफ आरोप बेबुनियाद हैं। टीएमसी ये आरोप लगा कर इस सच्चाई से ध्यान भटकाने की कोशिश कर रही कि पूरी टीएमसी भ्रष्टाचार में आकंठ डूबी हुई है।’’
भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं सांसद दिलीप घोष ने संकेत दिया कि मलिक की गिरफ्तारी महज शुरूआत भर है। उन्होंने यह भी संकेत दिया कि टीएमसी नेताओं और मंत्रियों के खिलाफ और भी कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने कहा, ‘‘एसएससी घोटाले में पार्थ चटर्जी के बाद अब राशन वितरण घोटाले में ज्योतिप्रिय मलिक की गिरफ्तारी महज शुरूआत है। कई और टीएमसी नेता और मंत्री जल्द ही जेल में होंगे।