रेलवे के आगरा मंडल के सुरक्षा विभाग की कथित लापरवाही के बीच 22 जनवरी को एक एक्सप्रेस ट्रेन दुर्घटनाग्रस्त होने से बाल-बाल बच गई।
ऐसा तब हुआ जब लालगढ़ सुपरफास्ट एक्सप्रेस के लोको पायलट को कीथम और फराह स्टेशनों के बीच गति संबंधी सतर्कता संकेत नहीं दिखा।
आगरा मंडल के एक प्रवक्ता ने कहा, ‘‘लापरवाही के लिए जिम्मेदार कर्मचारियों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की गई है।’’
हालांकि, उन्होंने कार्रवाई का ब्यौरा नहीं दिया।
सूत्रों ने बताया कि कीथम और फराह स्टेशनों के बीच मरम्मत कार्य के कारण 20 किलोमीटर प्रति घंटे की गति सीमा तय की गई थी और वहां से गुजरने वाली सभी ट्रेनों को इस गति सीमा को बनाए रखना था।
सूत्रों ने कहा, ‘‘ट्रेन चालक दल की कोई गलती नहीं है क्योंकि संबंधित विभागों, ट्रेन नियंत्रक और स्टेशन मास्टर ने उन्हें निर्धारित गति के बारे में सचेत नहीं किया।’’
उन्होंने कहा, ‘‘बाद में, संबंधित स्थान के पास सावधानी का संकेत देखने के बाद लोको पायलट ने ट्रेन की गति धीमी कर दी थी। हालांकि, जब तक उसने ब्रेक लगाया, तब तक ट्रेन संबंधित हिस्से को 20 किलोमीटर प्रति घंटे से अधिक की गति से पार कर चुकी थी।