पीएम मोदी और राष्ट्रपति पुतिन की मुलाकात पर रूसी राष्ट्रपति के प्रेस सचिव दिमित्री पेसकोव ने कहा कि हमारे द्विपक्षीय संबंधों और वैश्विक स्थिति का उनका (पीएम मोदी) गहन विश्लेषण हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण है। हम अपने को बहुत महत्व देते हैं। विभिन्न क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग और हम प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण से सहमत हैं कि काफी हद तक, हमारा सहयोग वैश्विक आर्थिक स्थिरता और समृद्धि में योगदान देता है, साथ ही, रूस भारत, भारतीय किसानों की मदद करने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास कर रहा है। भारतीय लोगों को आवश्यक वस्तुओं, आवश्यक ऊर्जा स्रोतों आदि की आपूर्ति के साथ यह एक पारस्परिक रूप से लाभप्रद सहयोग है और हमें उम्मीद है कि हम इस तरह की बातचीत को आगे बढ़ाने में सक्षम होंगे।
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प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ वार्ता में अपने शुरुआती वक्तव्य में कहा कि मुझे विश्वास है कि आने वाले वर्षों में हमारे संबंध और मजबूत होंगे। ऊर्जा क्षेत्र में भारत-रूस सहयोग ने दुनिया की भी मदद की है। भारत लगभग 40 वर्ष से आतंकवाद की चुनौती का सामना कर रहा है; मैं सभी प्रकार के आतंकवाद की निंदा करता हूं। दुनिया को पिछले पांच वर्ष में अनेक चुनौतियों का सामना करना पड़ा; पहले कोविड-19 की वजह से और फिर अनेक संघर्षों के कारण। जब दुनिया में खाद्य पदार्थों, ईंधन और उर्वरक की कमी थी; हमने अपने किसानों को समस्या नहीं आने दी और इसमें रूस के साथ संबंधों ने भूमिका निभाई।
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प्रधानमंत्री मोदी ने पुतिन के साथ वार्ता में कहा कि हम रूस के साथ अपने सहयोग को बढ़ाना चाहते हैं ताकि हमारे किसानों का कल्याण हो। कल बैठक में हमने यूक्रेन पर एक-दूसरे के विचारों को सुना। युद्धक्षेत्र में कोई समाधान संभव नहीं है। शांति बहाली के लिए भारत हरसंभव तरीकों से सहयोग को तैयार है। मैं आपको और वैश्विक समुदाय को विश्वास दिलाता हूं कि भारत शांति के पक्ष में है, कल आपकी बात सुनने के बाद मैं आशान्वित हूं। बम, बंदूक और गोली के बीच शांति वार्ता सफल नहीं होती।