भारतीय वायुसेना (आईएएफ) अरुणाचल प्रदेश में एक एयर शो आयोजित कर सकती है, जो चीन की सीमा से लगते एवं सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण इस पूर्वोत्तर राज्य में पहला वायुशक्ति प्रदर्शन होगा। एयर मार्शल एस. पी. धारकर ने रविवार को यह जानकारी दी।
पूर्वी वायु कमान के एयर ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ (एओसी-इन-सी) ने संवाददाताओं को बताया कि अरुणाचल प्रदेश जैसे पहाड़ी क्षेत्र में ‘एयर शो’ आयोजित करना बेहद चुनौतीपूर्ण है, लेकिन वायुसेना के लिए यह एक दिलचस्प विचार है।
जब उनसे पूछा गया कि क्या भारतीय वायुसेना आमलोगों को अपनी ताकत का प्रदर्शन करने के लिए अरुणाचल प्रदेश में एयर शो करेगी, धारकर ने कहा, ‘‘यह एक दिलचस्प प्रस्ताव है, मुझे यकीन है कि हम इस पर गौर करेंगे।’’
धारकर ने कहा, ‘‘हो सकता है कि आप अगला एयर शो कवर करें, जिसे हम निकट भविष्य में अरुणाचल प्रदेश के कुछ स्थानों पर आयोजित करेंगे।
उन्होंने कहा कि अरुणाचल प्रदेश जैसे पहाड़ी क्षेत्रों की तुलना में गुवाहाटी जैसे मैदानी क्षेत्र में एयर शो आयोजित करना आसान है।
एयर मार्शल ने कहा, यह इलाका खुद ही लोगों को एयर शो देखने से रोकता है।
भारतीय वायुसेना ने रविवार को गुवाहाटी के बाहरी इलाके में स्थित बोरझार स्टेशन पर हवाई करतब का आयोजन किया, जिसमें विभिन्न हेलिकॉप्टर और सुखोई-30 तथा राफेल जैसे लड़ाकू विमान शामिल थे।
यह एयर शो भारतीय वायुसेना की 91वीं वर्षगांठ के साथ-साथ पूर्वी वायु कमान की एक खास पहल के हिस्से के रूप में आयोजित किया गया था, जिसमें विभिन्न हेलिकॉप्टर और लड़ाकू विमानों ने आकाश में कई करतब दिखाये।
इस एयर शो में सुखोई-30 और राफेल के अलावा उन्नत हल्के हेलिकॉप्टर (एएलएच) और डोर्नियर विमानों ने अपने करतब दिखाये।
‘एयर शो’ में अंतिम करतब सारंग टीम ने दिखाया, जिसमें चार एएलएच हेलिकॉप्टर शामिल थे। सांरग टीम के करतब को देखकर दर्शक मंत्रमुग्ध हो गए।
धारकर ने शो के बाद संवाददाताओं को बताया, आठ अक्टूबर को वर्षगांठ समारोह के मौके पर हम तुरंत इस एयर शो की व्यवस्था और इसे प्रस्तुत करने में सफल रहे। सारंग टीम की प्रस्तुति के साथ हमने राफेल और सुखोई-30 सहित हाल में वायुसेना में शामिल हुए कुछ विमानों का प्रदर्शन करने का भी निर्णय लिया था।
उन्होंने कहा कि यह एयर शो एक संक्षिप्त प्रस्तुति थी, क्योंकि इसे यहां लोकप्रिय गोपीनाथ बोरदोलोई अंतरराष्ट्रीय (एलजीबीआई) हवाई अड्डे पर वाणिज्यिक विमान की उड़ान के साथ-साथ समायोजित किया जाना था।
बोरझार स्थित एलजीबीआई हवाई अड्डा और वायुसेना का स्टेशन, इस परिसर का कुछ हिस्सा साझा करते हैं, जिसमें एक हवाई पट्टी भी शामिल है।
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