महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने राज्य सरकार की लड़की बहिन योजना को लेकर विपक्षी एमवीए (महा विकास अघाड़ी) पर निशाना साधते हुए कहा कि झारखंड में एमवीए के गठबंधन सहयोगियों ने उनकी सरकार की नीति की नकल की है। उनकी यह टिप्पणी विपक्ष द्वारा लड़की बहिन योजना को चुनावी हथकंडा बताए जाने और इसकी वित्तीय व्यवहार्यता पर सवाल उठाने के बाद सरकार की आलोचना के बाद आई है।
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पवार ने एक्स पोस्ट में लिखा कि झारखंड में एमवीए के अपने गठबंधन सहयोगियों ने हमारी लड़की बहिन योजना की नकल की है। महाराष्ट्र अर्थव्यवस्था और राजस्व में भारत के नंबर एक राज्यों में से एक है। हम इस योजना को कायम रख सकते हैं।’ एमवीए को झारखंड की चिंता करनी चाहिए। इस बीच, लातूर में 3 लाख से अधिक महिलाओं ने महाराष्ट्र सरकार की लड़की बहिन योजना के लिए आवेदन किया है। महाराष्ट्र लड़की बहिन योजना के तहत, जिसकी घोषणा पिछले महीने विधानसभा में पेश बजट में की गई थी, 2.5 लाख रुपये से कम वार्षिक पारिवारिक आय वाली महिलाओं को 1,500 रुपये मासिक वित्तीय सहायता मिलेगी।
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आपको बता दें कि झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन द्वारा राज्य की गरीब और आर्थिक रूप से कमजोर महिलाओं के लिए एक नई योजना शुरू की गई है। झारखंड सरकार ने इसका नाम मुख्यमंत्री मइयां सम्मान योजना रखा है। इस योजना के माध्यम से राज्य की महिलाओं को हर महीने 1000 रुपये की वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी। इसका उदेश्य महिलाओं के पोषण, स्वास्थ्य और स्वच्छता का ध्यान रखना है। यह योजना महिलाओं को सशक्त बनाने और उनके जीवन में आर्थिक स्थिरता लाने के उद्देश्य से शुरू की गई है। झारखंड में भी इस साल विधानसभा के चुनाव होने हैं।