2022 में उत्तर प्रदेश चुनाव से पहले भाजपा से इस्तीफा देने वाले समाजवादी पार्टी के विधायक दारा सिंह चौहान ने 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले शनिवार को उत्तर प्रदेश विधानसभा से इस्तीफा दे दिया। वह मऊ जिले के घोसी से विधायक थे। अखिलेश यादव के लिए इसे बड़ा झटका माना जा रहा है। उत्तर प्रदेश विधानसभा के प्रमुख सचिव प्रदीप दुबे ने एक बयान में कहा कि चौहान ने अपना त्यागपत्र विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना को सौंप दिया है। सूत्रों ने कहा कि वह जल्द ही भाजपा में शामिल होंगे। अगर ऐसा होता है तो दारा सिंह चौहान की घर वापसी कही जाएगी।
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उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता वाली मंत्रिपरिषद से इस्तीफा देने के बाद चौहान पिछले साल जनवरी में समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए थे। चौहान पिछली योगी आदित्यनाथ सरकार में कैबिनेट मंत्री थे लेकिन 2022 के विधानसभा चुनाव से पहले उन्होंने इस्तीफा दे दिया था। पूर्वी यूपी के एक ओबीसी नेता, वह सपा के चुनाव चिन्ह पर मऊ जिले की घोसी सीट से चुने गए थे। सूत्रों का दावा है कि भाजपा चौहान को घोसी लोकसभा क्षेत्र से मैदान में उतार सकती है, जहां से 2019 में सपा के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ते हुए बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने जीत हासिल की थी।
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चौहान 2017 से 2022 तक आदित्यनाथ कैबिनेट में वन, पर्यावरण और पशुपालन के कैबिनेट मंत्री थे। उन्होंने 12 जनवरी, 2022 को कैबिनेट से इस्तीफा दे दिया। इसे सीएम योगी के लिए बड़ा झटका माना गया था। अपने त्याग पत्र में, चौहान ने तब कहा था कि वह भाजपा सरकार द्वारा पिछड़े वर्गों, वंचितों, दलितों, किसानों और बेरोजगार युवाओं को नजरअंदाज करने और पिछड़े वर्गों और दलितों के लिए आरक्षण को लेकर ‘खिलवाड़’ से परेशान हैं। तब सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने एक ट्वीट कर चौहान को सामाजिक न्याय का सिपाही बताया था। चौहान ने अपना राजनीतिक करियर बसपा से शुरू किया और बाद में सपा में शामिल हो गये।