लोकसभा और देश की विभिन्न राज्यों की विधानसभाओं के पीठासीन अधिकारियों व सचिवों का सम्मेलन 10 से 13 जनवरी तक राजस्थान विधानसभा में होगा। सोमवार को यहां एक उच्च स्तरीय बैठक में इस सम्मेलन की तैयारियों की समीक्षा की गई।
राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सी.पी. जोशी की अध्यक्षता में आयोजित उच्च स्तरीय बैठक में डॉ. जोशी ने सम्मेलन के विभिन्न बिंदुओं पर चर्चा कर कार्यक्रम की समीक्षा की।
उन्होंने अधिकारियों का आह्वान किया कि सम्मेलन की व्यवस्थाएं बेहतर कर सम्मेलन को अविस्मरणीय बनाया जाये।
उन्होंने बताया की यह 83वां अखिल भारतीय पीठासीन अधिकारी सम्मेलन है जो 11 और 12 जनवरी को राजस्थान विधानसभा में होगा। इसके साथ ही विधानसभाओं के सचिवों की 59 वीं कॉन्फ्रेंस भी 10 जनवरी को होगी।
डॉ. जोशी ने कहा कि सम्मेलन में विभिन्न बिंदुओं पर सार्थक चर्चा होगी। उन्होंने बताया कि पूर्व विधानसभा अध्यक्षों, पूर्व सांसदों, पूर्व विधायकों और पूर्व विधानसभा सचिवों को भी इस सम्मेलन में विशेष रूप से आमंत्रित किया जायेगा।
मुख्य सचिव उषा शर्मा ने कहा कि सम्मेलन की सभी व्यवस्थाएं पुख्ता रहेगी। उन्होंने सभी अधिकारियों को इस संबंध में सौंपे गये दायित्वों को निष्ठा से किये जाने के निर्देश दिये।
विधानसभा के प्रमुख सचिव महावीर प्रसाद शर्मा ने बताया कि राजस्थान को इस सम्मेलन का मौका 11 वर्ष बाद मिला है। इससे पहले राजस्थान में पीठासीन अधिकारियों का सम्मेलन वर्ष 2011 में आयोजित हुआ था।