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Karnataka Election Results से पहले सभी दलों ने बनाई सबसे पहले राज्यपाल से मिलकर सरकार बनाने का दावा करने की रणनीति

कर्नाटक विधानसभा चुनाव की मतगणना से एक दिन पहले संभावित परिणाम को लेकर राजनीतिक दलों ने चर्चा की और आगे की रणनीति बनाई। हर राजनीतिक दल वैसे तो खुद को स्पष्ट बहुमत मिलने का दावा कर रहा है लेकिन इसके लिए भी तैयारी में जुट गया है कि यदि विधानसभा त्रिशंकु बनती है तो बिना समय गंवाए कैसे समर्थन हासिल करना है और राज्यपाल से मिलकर सरकार बनाने का दावा पेश करना है। 
हम आपको बता दें कि मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने भाजपा को स्पष्ट बहुमत मिलने का विश्वास व्यक्त करते हुए कहा है कि अन्य राजनीतिक दलों के साथ गठबंधन के लिए बातचीत का सवाल ही नहीं उठता। बोम्मई ने आज पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा के आवास पर पार्टी के नेताओं मुरुगेश निरानी, बैराथी बसवराज, लहर सिंह सिरोया और एटी रामास्वामी सहित अन्य नेताओं से मुलाकात की। हम आपको बता दें कि कर्नाटक की 224 सदस्यीय विधानसभा के लिए बुधवार को हुए चुनाव में 73.19 प्रतिशत मतदान हुआ, जो राज्य में अब तक का सर्वाधिक मतदान है। ज्यादातर एग्जिट पोल में विधानसभा चुनाव में कांग्रेस और भाजपा के बीच कड़ी टक्कर होने का अनुमान जताया गया है। ज्यादातर एग्जिट पोल में कांग्रेस को सत्तारुढ़ भाजपा पर बढ़त हासिल होने का अनुमान जताया गया है, जबकि कुछेक में त्रिशंकु विधानसभा रहने का भी संकेत दिया गया है। बोम्मई ने संवाददाताओं से कहा, “मेरा रुख एक जैसा और स्थिर रहा है कि हमें पूर्ण बहुमत मिलेगा। हमें सभी निर्वाचन क्षेत्रों और जिलों से अपनी जमीनी रिपोर्ट मिली है, कुछ जिलों में हमने बूथ-वार (आंकड़े) एकत्र किए हैं और हमें पूरा विश्वास है कि बहुमत तक पहुंच जाएंगे।”

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इन खबरों के बारे में पूछे जाने पर कि कांग्रेस ने अपने विधायकों को एकजुट रखने के लिए कथित तौर पर रिसॉर्ट बुक किए हैं, उन्होंने कहा कि इसका मतलब है कि उन्हें पूर्ण बहुमत नहीं मिलेगा और इसलिए वे दूसरे दलों के संपर्क में हैं और इस तरह की गतिविधियों में शामिल हैं। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि इसका यह अर्थ भी है कि उन्हें अपने विधायकों पर भरोसा नहीं है। इस बीच, जद (एस) नेता एचडी कुमारस्वामी के कथित बयान कि वह ऐसी किसी पार्टी के साथ साझेदारी के लिए तैयार हैं, जो उनकी शर्तों को पूरा करने के लिए तैयार हो, इस पर मुख्यमंत्री ने कहा, “मैंने इसके बारे में नहीं सुना है। क्या उन्होंने आपको फोन किया और आपसे (संवाददाता से) फोन पर बात की?”
 
वहीं कर्नाटक कांग्रेस अध्यक्ष डीके शिवकुमार ने कहा है कि मैं एक व्यावहारिक जमीनी आदमी हूं, कई बार एक्जिट पोल सफल हुए और कई बार विफल हुए। एग्जिट पोल की अपनी थ्योरी होती है, मैं उन्हें नहीं मानता…हम बहुमत के साथ अपनी सरकार बनाएंगे। दूसरी ओर कांग्रेस प्रभारी रणदीप सुरजेवाला ने कहा है कि मोदी जी और भाजपा कन्फ्यूज हो गए थे और वे अपनी ध्रुवीकरण की रणनीति से एजेंडा बदलना चाहते थे लेकिन लोगों ने उन्हें ऐसा करने नहीं दिया। उन्होंने कहा कि एक बात स्पष्ट है कि भाजपा ने हार मान ली है…हर कोई जहां चाहे वहां जाने के लिए स्वतंत्र है।

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