केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने 16 मई को कहा कि भाजपा बिहार के सीतामढी में देवी सीता का मंदिर बनाएगी। उन्होंने कहा कि हम, भाजपा ‘वोट बैंक’ से नहीं डरते। केंद्रीय मंत्री ने बिहार के सीतामढी में एक रैली में कहा, पीएम मोदी ने अयोध्या में राम लला का मंदिर बनाया है, अब जो काम बचा है वह मां सीता के जन्मस्थान पर एक महान स्मारक बनाना है। उन्होंने कहा कि जिन्होंने खुद को राम मंदिर से दूर रखा वे ऐसा नहीं कर सकते, लेकिन अगर कोई मां सीता के जीवन जैसा आदर्श मंदिर बना सकता है तो वह नरेंद्र मोदी हैं, वह भाजपा है। दरअसल, अमित शाह मां जानकी की जन्मस्थली सीतामढ़ी में जनसभा को संबोधित कर रहे थे।
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देवी सीता मंदिर के लिए शाह की वकालत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा इस साल जनवरी में अयोध्या में राम मंदिर के अभिषेक समारोह की अध्यक्षता करने के महीनों बाद आई है। अपने भाषण में, शाह ने राष्ट्रीय जनता दल (राजद) प्रमुख लालू प्रसाद की आलोचना की, जिनकी पार्टी विपक्षी दल इंडिया ब्लॉक की सदस्य है। वहीं, मधुबनी में उन्होंने कहा कि मोदी जी ने अभी-अभी कर्पूरी ठाकुर जी को भारत रत्न का सम्मान दिया। कर्पूरी ठाकुर जी ने न केवल बिहार, बल्कि पूरे देश के दलित, वंचित, आदिवासी, पिछड़ों, माताओं और किसानों की आवाज बुलंद करने का काम किया।
अमित शाह ने कहा कि नरेन्द्र मोदी जी देश के सबसे पहले अति पिछड़े प्रधानमंत्री हैं। 50-60 के दशक में एक चर्चा चलती थी कि लोहिया जी की थ्योरी देश में चलेगी या नहीं। मैं आज लोहिया जी को प्रणाम करके कहना चाहता हूं कि अति पिछड़े प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने देश को सबसे ज्यादा आगे बढ़ाने का काम किया है। उन्होंने कहा कि ये इंडी अलायंस वाले कह रहे थे कि जम्मू-कश्मीर से 370 मत हटाओं, वहां खून की नदियां बह जाएंगी। मैं इन्हें बताना चाहता हूं कि खून की नदियां तो छोड़ो, किसी की कंकड़ चलाने की भी हिम्मत नहीं है।
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गृह मंत्री ने कहा कि ये इंडी अलायंस वाले आज कहते हैं कि PoK की बात मत करिए, पाकिस्तान के पास एटम बम है। मैं इन्हें कहना चाहता हूं कि पाकिस्तान के एटम बम से आप डरों, मोदी जी के नेतृत्व में भारत इतना मजबूत है कि किसी को भी एटम बम से डरने की जरूरत नहीं है। मैं आज यहां से कहकर जाता हूं कि ये PoK हमारा है और हम इसे लेकर रहेंगे। उन्होंने कहा कि कोसी नदी ने हमारे मिथिलांचल को दो हिस्सों में बांटा था। अटल जी ने पुल बनाकर इसको जोड़ा और मोदी जी ने रेलवे लाइन बनाकर इसे एक करने का काम किया।