केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने देवभूमि द्वारका के ओखा में तटीय पुलिसिंग की राष्ट्रीय अकादमी के परिसर का शिलान्यास किया। इसके साथ ही उन्होंने बीएसएफ की विभिन्न योजनाओं का भी उद्घाटन किया। इस मौके पर उन्होंने कहा बॉर्डर पर बीएसएफ तैनात है इसलिए मैं दिल्ली में चैन की नींद सो पाता हूं। शाह ने ऑनलाइन माध्यम से पांच तटीय चौकियों का भी उद्घाटन किया, जो कच्छ जिले में मेडी और जखाऊ के बीच 164 करोड़ रुपये की लागत से बनाई जा रही 18 ऐसी चौकियों में शामिल हैं। उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत सरकार ने 450 एकड़ से अधिक भूमि पर राष्ट्रीय तटीय पुलिस अकादमी की शुरुआत की है।
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गृह मंत्री ने साफ तौर पर कहा कि मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद हमारी सीमा और सुरक्षित हुई हैं और सीमा पर रहने वाले नागरिकों के साथ मध्य भाग में रहने वाले लोग भी अपने आप को सुरक्षित महसूस करते हैं। उन्होंने कहा कि पहले एक साल में 12 हजार करोड़ रूपये का ड्रग्स नहीं पकड़ा जाता था लेकिन अब भारतीय नौसेना और NCB ने मिल कर 12 हजार करोड़ का ड्रग्स एक साथ केरल के तट से पकड़ा है। उन्होंने कहा कि जिस देश की सीमा ही सुरक्षित नहीं उस देश के मध्य भाग के विकास का कोई अर्थ नहीं है। उन्होंने हुंकार भरते हुए कहा कि सीमा के माध्यम से ही देश सुरक्षित रहता है, और मोदी जी ने सीमाओं की सुरक्षा के लिए अनेक कदम उठाये हैं।
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अमित शाह ने कहा कि राष्ट्रीय तटीय पुलिस अकादमी में एक साथ 3000 लोगों के ट्रेनिंग की व्यवस्था है। तटीय सुरक्षा को सुनिश्चित करने वाला यह महत्वपूर्ण काम मोदी जी की दूरदृष्टि और दृढ़ निश्चय के कारण हो रहा है। उन्होंने कहा कि पहले भारत की 7516 KM लंबी समुद्री सीमा की सुरक्षा के लिए सीमा सुरक्षा बल के जवान, तट रक्षक बलों व राज्यों की पुलिस के लिए कोई specialized training की व्यवस्था नहीं थी। मोदी जी ने 2018 में राष्ट्रीय तटीय पुलिस अकादमी को मंजूरी दी और श्रीकृष्ण की नगरी के पास ओखा कि इस भूमि पर इसे स्थापित करने का निर्णय लिया गया। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने भारतीय नौसेना, इंडियन कोस्ट गार्ड, समुद्री पुलिस, सीमाशुल्क बोर्ड और मछुआरों के साथ मिलकर सुरक्षा का एक सुदर्शन चक्र बनाया है जो देश की तटीय सुरक्षा को सुनिश्चित कर रहा हैं।