नयी दिल्ली। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने मीडिया की उस खबर को लेकर रविवार को कांग्रेस पर निशाना साधा जिसमें कहा गया है कि इंदिरा गांधी की सरकार ने कच्चातिवु द्वीप श्रीलंका को दे दिया था और कहा कि यह दर्शाता है कि पार्टी भारत की एकता और अखंडता के खिलाफ है।
मीडिया की खबर भाजपा की तमिलनाडु इकाई के अध्यक्ष के. अन्नामलाई के आरटीआई (सूचना का अधिकार) आवेदन पर मिले जवाब पर आधारित है। इस खबर के अनुसार इंदिरा गांधी सरकार ने भारतीय तट से 20 किलोमीटर दूर पाक जलसंधि में स्थित 1.9 वर्ग किलोमीटर के इस द्वीप को 1974 में पड़ोसी देश श्रीलंका को सौंप दिया था। शाह ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर पोस्ट किया, ‘‘कांग्रेस ने कच्चातिवु स्वेच्छा से छोड़ दिया और उन्हें इसका कोई पछतावा भी नहीं है।
कांग्रेस के एक सांसद कभी देश को विभाजित करने के बारे में बोलते हैं और कभी-कभी वे भारतीय संस्कृति और परंपराओं को बदनाम करते हैं। इससे पता चलता है कि वे भारत की एकता और अखंडता के खिलाफ हैं। वे केवल हमारे देश को विभाजित करना या तोड़ना चाहते हैं। मीडिया की खबर में भारत और श्रीलंका के बीच विवाद के स्रोत इस मुद्दे पर प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू की टिप्पणी का भी हवाला दिया गया है कि उन्हें द्वीप पर दावा छोड़ने में कोई हिचकिचाहट नहीं होगी।
Slow claps for Congress! They willingly gave up #Katchatheevu and had no regrets about it either. Sometimes an MP of the Congress speaks about dividing the nation and sometimes they denigrate Indian culture and traditions. This shows that they are against the unity and integrity…
— Amit Shah (Modi Ka Parivar) (@AmitShah) March 31, 2024