केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कर्नाटक की जनता से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पूर्व मुख्यमंत्री बी. एस. येदियुरप्पा पर भरोसा जताने की अपील करते हुए बुधवार को कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ऐसी सरकार देगी, जो राज्य को भ्रष्टाचार-मुक्त करेगी तथा इसे पांच वर्ष में दक्षिण भारत का नंबर-एक राज्य बना देगी।
शाह ने बेल्लारी जिले में कांग्रेस का गढ़ माने जाने वाले संदूर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए मल्लिकार्जुन खरगे नीत कांग्रेस तथा जनता दल (सेक्यूलर) पर यह कहते हुए निशाना साधा कि ये वंशवादी दल हैं, जो आम जनता के लिए कुछ भी अच्छा नहीं कर सकते।
उन्होंने कहा, ‘‘एक तरफ प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व वाली भाजपा भारत को मजबूत कर रही है, वहीं दूसरी तरफ राहुल गांधी की अगुवाई वाली कांग्रेस टुकड़े-टुकड़े गैंग से जुड़ी है।’’
शाह ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री मोदी और येदियुरप्पा पर एक बार भरोसा करें, और हम ऐसी सरकार देंगे, जो कर्नाटक को भ्रष्टाचार से मुक्त करेगी और इसे दक्षिण भारत में नंबर-एक राज्य बनाएगी।’’
कर्नाटक में विधानसभा चुनाव मई में होने हैं।
शाह ने याद किया कि 2018 के विधानसभा चुनाव में, भाजपा सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी थी, लेकिन सरकार बनाने के लिए कुछ सीट कम रह गई थी। उन्होंने कहा कि इससे कांग्रेस और जद (एस) के बीच शक्ति का खेल हुआ और कर्नाटक में भ्रष्टाचार हुआ।
केंद्रीय गृहमंत्री ने कहा, कांग्रेस और जद (एस) दोनों ही वंशवादी दल हैं। वंशवादी दल लोकतंत्र में लोगों का भला नहीं करते हैं।
उन्होंने दावा किया, ‘‘मैं कर्नाटक के लोगों को बताना चाहता हूं कि जद (एस) को दिया गया हर वोट कांग्रेस को जाएगा और कांग्रेस को दिया गया हर वोट अंततः सिद्धरमैया और उनकी एटीएम सरकार को जाएगा, जो दिल्ली का एटीएम था और भ्रष्टाचार में लिप्त था।
शाह ने विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस खेमे में कथित अंदरूनी कलह का मज़ाक उड़ाने की कोशिश की।
उन्होंने कहा, मुख्यमंत्री का केवल एक पद है, जिसके लिए कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष डीके शिवकुमार और पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धरमैया दोनों (आपस में) लड़ रहे हैं। (कांग्रेस में) दौड़ में अन्य आकांक्षी भी हैं। वे कर्नाटक के लोगों के लिए अच्छा नहीं करेंगे।
शाह ने कहा कि अगर लोग कल्याण कर्नाटक क्षेत्र का कल्याण (अच्छा) करना चाहते हैं, तो उन्हें राज्य में भाजपा को सत्ता में वापस लाना चाहिए। ‘कल्याण कर्नाटक क्षेत्र’ में यह कार्यक्रम आयोजित किया गया था।
मंत्री ने विभाजनकारी कांग्रेस के खिलाफ लोगों को आगाह किया और कहा कि केवल मोदी ही भारत की रक्षा कर सकते हैं और देश को समृद्ध बना सकते हैं।
उन्होंने कहा, एक तरफ प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व वाली भाजपा भारत को मजबूत कर रही है और दूसरी तरफ राहुल गांधी की अगुवाई वाली कांग्रेस टुकड़े-टुकड़े गिरोह से जुड़ी है। आपको दोनों के बीच चुनाव करना है।
शाह ने आरोप लगाया कि जब 10 साल तक देश में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के नेतृत्व में संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (यूपीए) का शासन था तब पाकिस्तान ने भारत में कई हमले किए, लेकिन तत्कालीन सरकार ने जवाबी कार्रवाई नहीं की।
उस वक्त सोनिया गांधी यूपीए की अध्यक्ष थीं।
मंत्री ने कहा कि मोदी सरकार बनने के बाद भी पाकिस्तान ने उरी और पुलवामा में भारत पर हमले किये, लेकिन 10 दिनों के भीतर पड़ोसी देश के अंदर सर्जिकल और हवाई हमले किए गए और आतंकवादियों का सफाया कर दिया गया।
उन्होंने आरोप लगाया कि जब कांग्रेस सत्ता में थी तो उसने पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) के खिलाफ 1,700 मामले वापस ले लिये।
शाह ने आरोप लगाया कि कांग्रेस वर्षों से अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को रोक रही है, लेकिन नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद उन्होंने एक भव्य राम मंदिर की नींव रखी, जो निर्माणाधीन है।
जम्मू और कश्मीर के बारे में शाह ने कहा कि कांग्रेस, जद (एस) और विपक्ष में अन्य दल कह रहे थे कि जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले संविधान के अनुच्छेद 370 को निरस्त नहीं किया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा, हालांकि, मोदी ने एक झटके में धारा 370 को निरस्त कर दिया और राज्य को हमेशा के लिए भारत का हिस्सा बना दिया।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी कहा करते थे कि अगर अनुच्छेद 370 को खत्म किया गया तो जम्मू-कश्मीर में खून-खराबा होगा।
शाह ने कहा, रक्तपात तो दूर, वहां एक कंकड़ तक फेंकने वाला कोई नहीं था। यह भाजपा की सरकार है।