केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आज ‘मेरी माटी-मेरा देश’ अभियान के अंतर्गत गाँव-गाँव से एकत्रित की गयी मिट्टी को लाने के लिए ‘अमृत कलश यात्रा’ का शुभारंभ किया। नयी दिल्ली में कार्यक्रम को संबोधित करते हुए अमित शाह ने कहा कि मेरी माटी-मेरा देश कार्यक्रम की टैगलाइन ‘मिट्टी को नमन, वीरों का वंदन’ अपने आप में बहुत कुछ कह देती है। उन्होंने कहा कि जब व्यक्ति भारत माता की जय बोलता है तब वह अपनी माटी की जय का उद्घोष करता है। इसी जय के लिए लाखों लोगों ने अपने जीवन का सर्वस्व न्योछावर कर दिया।
इस अवसर पर केन्द्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर, केन्द्रीय विधि और न्याय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल, विदेश राज्यमंत्री मीनाक्षी लेखी और सचिव, संस्कृति मंत्रालय सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। अपने संबोधन में शाह ने कहा कि आज का ये कार्यक्रम एक प्रकार से संध्या की भांति है क्योंकि ये उस वक्त हो रहा है जब आज़ादी के 75 वर्ष पूरे हो चुके हैं और आने वाला अमृतकाल और संकल्प की सिद्धि का कालखंड 15 अगस्त, 2047 को भारत को विश्व में हर क्षेत्र में प्रथम स्थान पर पहुंचाएगा। उन्होंने कहा कि ये देश के स्वतंत्रता सेनानियों की कल्पना के भारत की रचना के 25 वर्ष हैं। उन्होंने कहा कि पिछले 75 वर्षों में देश ने बहुत सारी उपलब्धियां हासिल की हैं, लेकिन ये काफी नहीं हैं। शाह ने कहा कि हमें गुलामी के लंबे कालखंड और लाखों लोगों के बलिदान के बाद प्राप्त हुई स्वतंत्रता, उसके बाद 75 वर्षों के पुरुषार्थ और प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में पिछले 10 सालों में भारत के हर व्यक्ति को महान भारत की रचना के साथ जोड़ने के हमारा पुरुषार्थ एक महान भारत की रचना के साथ सफल होगा।
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केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री ने कहा कि मेरी माटी-मेरा देश कार्यक्रम अपने नाम से ही बहुत कुछ व्यक्त कर देता है। उन्होंने कहा कि आज हम स्वतंत्र भारत में जी रहे हैं, इसके लिए लाखों लोगों ने बलिदान दिया। उन्होंने कहा कि 1857 से 1947 तक, 90 सालों तक, एक लंबा स्वतंत्रता संग्राम लड़ा गया और अनगिनत जाने-अनजाने लोगों ने अपना सर्वस्व न्यौछावर कर दिया। उन्होंने कहा कि मिट्टी को हाथ में लेकर प्रण करने और देश के लिए बलिदान देने वालों को नमन कर, संकल्प से सिद्धि की यात्रा को शुरू करने की कल्पना प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी जैसे व्यक्ति ही कर सकते हैं, जिसके मन में राष्ट्रभक्ति का अकूत भंडार हो। शाह ने कहा कि इस कार्यक्रम की कल्पना इस उद्देश्य के साथ की गई है कि इसके माध्यम से महान भारत की रचना में हर व्यक्ति, परिवार, नागरिक और बच्चा अपने आप को और अपनी भावना को जोड़ सके। उन्होंने कहा कि 1 से 30 सितंबर तक हर घर, वार्ड और गांव, 1 से 13 अक्टूबर तक ब्लॉक और 22 से 27 अक्टूबर तक राज्य स्तर कलशों में मिट्टी या धान इकट्ठा किये जायेंगे, फिर 28 से 30 अक्टूबर को ऐसे 7500 कलश देश की राजधानी पहुंचेंगे। शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी दिल्ली में शहीद स्मारक के पास देश के वीरों के सम्मान में बनाई गई अमृत वाटिका में इन कलशों की मिट्टी और धान को रोपित करेंगे, जो देश के हर नागरिक को ये याद दिलाएगा कि हमें अमृतकाल में भारत को महान बनाना है।
शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने इस कार्यक्रम में कई कार्यक्रमों को संजोकर देश के हर व्यक्ति को इसका हिस्सा बनने का अवसर दिया है। उन्होंने कहा कि देश के हर गांव में शिला फलक लग चुका है, देश के करोड़ों नागरिक पंच प्रण की प्रतिज्ञा ले चुके हैं जो भारत को महान बनाने का रास्ता प्रशस्त करेगी, वसुधा का वंदन कार्यक्रम के माध्यम से अमृत महोत्सव की स्मृति में 75 वृक्षों का वृक्षारोपण करने, वीरों का वंदन कर और राष्ट्रीय ध्वज फहराकर अपने आप को देश के प्रति फिर से समर्पित करने के इन 5 कार्यक्रमों को जोड़कर ये श्रृंखला बनाई गई है।
केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में आज़ादी के अमृत महोत्सव के दौरान आयोजित 2 लाख से भी अधिक कार्यक्रमों ने देशवासियों की सहभागिता के साथ पूरे देश में आज़ादी के आंदोलन जैसी राष्ट्रीय भावना को फिर से जागृत किया और इन सभी कार्यक्रमों का समापन मेरी मिट्टी-मेरा देश कार्यक्रम के साथ होगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने लाल किले की प्राचीर से सभी देशवासियों से पांच प्रण लेने का आह्वान किया था- विकसित भारत का लक्ष्य, गुलामी की मानसिकता को दूर करना, अपनी परंपराओं पर गर्व करना, एकता और अखंडता के लिए पूरा जीवन समर्पित करना, और हर नागरिक के मन में कर्तव्य की भावना को जागृत करना। शाह ने कहा कि ये पांच प्रण महान भारत की रचना का राजमार्ग हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के हर घर तिरंगा अभियान के आह्वान के बाद देशभर में 23 करोड़ घर, कार्यालय, इमारतें तिरंगे से सुशोभित थे। शाह ने कहा कि पूरा देश मोदी जी के आह्वान का सम्मान कर हर घर तिरंगा अभियान से जुड़ा और इसका प्रतिफल ये रहा कि हाल ही में हमारा चंद्रयान चंद्रमा पर शिवशक्ति पॉइंट पर पहुंच गया, जो सभी देशवासियों के लिए बहुत गौरव का क्षण है। उन्होंने कहा कि देश के हर व्यक्ति के मन में गौरव की अनुभूति हर घर तिरंगा अभियान से ही उत्पन्न हुई है।
अमित शाह ने कहा कि हर व्यक्ति को देश के भविष्य के साथ जोड़ना, उसकी भावनाओं को देश की प्रगति के साथ जोड़ना और हर व्यक्ति के पुरुषार्थ को देश के उत्कर्ष और विकास के साथ जोड़ना ही नेतृत्व की कसौटी और इसका दायित्व होता है। उन्होंने कहा कि पूरा देश भाग्यशाली है कि बहुत समय के बाद प्रधानमंत्री मोदी जी के रूप में हमें एक ऐसा नेतृत्व मिला है जो आजादी के अमृत महोत्सव में देश को विश्व में सर्वप्रथम बनाने वाले रास्ते पर प्रशस्त कर रहा है। शाह ने कहा कि आज हमारी अर्थव्यवस्था विश्व में 11वें से पांचवें स्थान पर पहुंच गई है और जल्द ही हम तीसरे नंबर की अर्थव्यवस्था बनेंगे। उन्होंने कहा कि भारत के हर नागरिक के मन में ये जो आत्मविश्वास जागृत हुआ है, वो इसी प्रकार के कार्यक्रमों से हुआ है। शाह ने कहा कि यही आत्मविश्वास हमारे देश के वीर जवानों को सर्जिकल स्ट्राइक करने की प्रेरणा देता है, हमारे वैज्ञानिकों को कोरोना का टीका बनाने की शक्ति देता है और ISRO के वैज्ञानिकों को चंद्र पर पहुंचने और सूर्य के पास पहुंचने का साहस देता है।
केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि मेरी माटी- मेरा देश मात्र एक कार्यक्रम नहीं है, बल्कि ये अपने आपको देश के भविष्य के साथ जोड़ने का एक माध्यम है। शाह ने कहा कि ये कार्यक्रम अपने आप को देश को महान बनाने की प्रक्रिया का हिस्सा बनाने का एक माध्यम बन सकता है और 25 सालों बाद जब यहां उपस्थित बच्चे महान भारत का नेतृत्व करेंगे, तब उनके मन में ये संतोष होगा कि हमारी पिछली पीढ़ी ने हमें एक बहुत मजबूत भारत बनाकर दिया है।