केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह चंडीगढ़ में आपराधिक न्याय तंत्र को मजबूत करने के लिए निर्मित ई-साक्ष्य, न्याय सेतु, न्याय श्रुति और ई-समन प्रणालियों का रविवार को उद्घाटन करेंगे।
शाह ‘स्मार्ट सिटी मिशन’ के तहत चंडीगढ़ के मनीमाजरा में चौबीस घंटे जलापूर्ति सुनिश्चित करने वाली परियोजना का भी उद्घाटन करेंगे।
मंत्री ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘भारत की आपराधिक न्याय प्रणाली लोगों को शीघ्र और समय पर न्याय प्रदान करने की दिशा में आज एक बड़ा कदम उठाएगी।
चंडीगढ़ में हमारे आपराधिक न्याय तंत्र को मजबूत करने के लिए बनाई गई ई-साक्ष्य, न्याय सेतु, न्याय श्रुति और ई-समन प्रणालियों का उद्घाटन होगा।’’
यह पहल एक जुलाई से लागू हुए नये आपराधिक कानूनों के तहत की गई है।
भारतीय न्याय संहिता, भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता और भारतीय साक्ष्य अधिनियम ने औपनिवेशिक युग की क्रमशः भारतीय दंड संहिता, आपराधिक प्रक्रिया संहिता और 1872 के भारतीय साक्ष्य अधिनियम का स्थान लिया।
मनीमाजरा जलापूर्ति परियोजना 75 करोड़ रुपये की लागत से शुरू की जा रही है और इससे क्षेत्र में रहने वाले एक लाख से अधिक निवासियों को लाभ होगा।
‘स्मार्ट सिटी मिशन’ के तहत, इस परियोजना का उद्देश्य निरंतर उच्च दबाव आपूर्ति के माध्यम से इसके भंडारण को कम करके पानी की बर्बादी को रोकना है।
अधिकारियों ने बताया कि परियोजना के अन्य उद्देश्यों में रिसाव में कमी, ‘स्मार्ट मीटरिंग’, भूजल पर सीमित निर्भरता और ऊर्जा खपत की निगरानी के माध्यम से जल संवर्धन शामिल है।