अमरावती। आंध्र प्रदेश के 16 वीं विधानसभा का पहला सत्र शुक्रवार को नवनिर्वाचित विधायकों के शपथ ग्रहण के साथ शुरू हुआ। आधिकारिक सूत्रों ने इसकी जानकारी दी। सूत्रों ने बताया कि अस्थायी अध्यक्ष और तेलुगू देशम पार्टी (टीडीपी) के विधायक जी बुचैया चौधरी ने 172 विधायकों को शपथ दिलाई। शपथ ग्रहण समारोह के बाद अस्थायी अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही शनिवार सुबह साढ़े दस बजे तक के लिए स्थगित कर दी। हालांकि, टीडीपी नेता नारा लोकेश, जन सेना प्रमुख पवन कल्याण और अन्य ने टीडीपी के नरसीपट्टनम विधायक सी अय्यन्नापत्रुडु की ओर से अध्यक्ष पद के लिए नामांकन दाखिल किया।
अमरावती के वेलागापुडी स्थित विधानसभा कक्ष में सुबह नौ बज कर 45 मिनट पर सत्र शुरू हुआ। मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ढाई साल से अधिक समय के बाद सत्र में शामिल हुए। चंद्रबाबू नायडू ने साल 2021 में कुछ युवजन श्रमिक रायथू कांग्रेस पार्टी (वाईएसआरसीपी) नेताओं द्वारा की गई कथित आपत्तिजनक टिप्पणियों को लेकर मुख्यमंत्री बनने तक राज्य विधानसभा में वापस नहीं लौटने की कसम खाई थी। अभिनेता से राजनेता बने जनसेना प्रमुख पवन कल्याण ने अपने 16 साल के राजनीतिक जीवन में पहली बार पीथापुरम विधानसभा सीट से विधायक और उपमुख्यमंत्री के तौर पर सदन में प्रवेश किया।
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तेलुगु देशम पार्टी (तेदेपा) के विधायक जी बुचैया चौधरी ने अस्थाई अध्यक्ष के तौर पर सदन की कार्यवाही की अध्यक्षता की। इस सत्र में विधानसभा के नए अध्यक्ष और उपाध्यक्ष का चुनाव होगा। तेदेपा के सूत्रों के अनुसार, पार्टी के वरिष्ठ नेता और नरसीपट्टनम के विधायक सी अय्यन्नापतरुदू को विधानसभा अध्यक्ष चुना जा सकता है। सबसे पहले मुख्यमंत्री एवं कुप्पम से विधायक चंद्रबाबू नायडू ने शपथ ली, उनके बाद उपमुख्यमंत्री पवन कल्याण ने शपथ ली। वाईएसआरसीपी सुप्रीमो वाईएस जगन मोहन रेड्डी भी सत्र में शामिल हुए और विधायक के रूप में शपथ ली। आंध्र प्रदेश विधानसभा चुनावों में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन ने 175 सदस्यीय सदन में 164 सीटें जीती हैं।