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Prabhasakshi NewsRoom: Umesh Pal हत्याकांड का एक और आरोपी मिट्टी में मिलाया गया

प्रयागराज के बहुचर्चित उमेश पाल हत्याकांड मामले में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि अपराधियों को मिट्टी में मिला देंगे और वाकई माफियाओं और उनकी अवैध संपत्तियों को मिट्टी में मिलाने का अभियान जारी है। हम आपको बता दें कि उमेश पाल हत्याकांड का आरोपी विजय चौधरी उर्फ उस्मान प्रयागराज पुलिस के साथ मुठभेड़ में सोमवार तड़के मारा गया। उस्मान से पहले अरबाज भी पुलिस मुठभेड़ में मारा गया था। आज की मुठभेड़ के बारे में अधिकारियों ने बताया है कि बहुजन समाज पार्टी के पूर्व विधायक राजू पाल की हत्या के अहम गवाह उमेश पाल पर पहली गोली उस्मान ने ही चलाई थी। कौंधियारा थाने के एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि यह मुठभेड़ कौंधियारा थाना क्षेत्र के गोठी और बेलवा के बीच करीब पांच बजे हुई। बताया गया कि विजय चौधरी उर्फ उस्मान की गर्दन, सीने और जांघ में गोलियां लगी हैं। उन्होंने बताया कि आरोपी को कौंधियारा में लोग ‘नान बाबा’ के नाम से भी जानते हैं और उसे उस्मान नाम अतीक गिरोह के लोगों ने दिया है।
उन्होंने बताया कि उस्मान का भाई राकेश चौधरी हिस्ट्रीशीटर है और वह नैनी सेंट्रल जेल में बंद है। राकेश के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 302 सहित अन्य धाराओं के तहत दर्जनों मुकदमे दर्ज हैं। अधिकारी ने बताया कि इस मुठभेड़ में नरेंद्र पाल नाम का एक सिपाही घायल हो गया। उन्होंने बताया कि सिपाही के हाथ में गोली लगी है और वह कौंधियारा थाना क्षेत्र के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती है। इससे पूर्व, धूमनगंज थाना प्रभारी राजेश कुमार मौर्या ने बताया कि तड़के करीब पांच-साढ़े पांच बजे कौंधियारा थाना क्षेत्र में उस्मान पुलिस मुठभेड़ में ढेर हो गया। उन्होंने बताया कि उमेश पाल और अन्य दो पुलिसकर्मियों को गोली मारने की घटना में उस्मान शामिल था और उमेश पर पहली गोली उस्मान ने ही चलाई थी।

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हम आपको बता दें कि इससे पहले, उमेश पाल हत्याकांड का आरोपी अरबाज 27 फरवरी को धूमनगंज थाना क्षेत्र में नेहरू पार्क के जंगल में पुलिस के साथ मुठभेड़ में मारा गया था। इस मुठभेड़ में धूमनगंज थाना प्रभारी राजेश मौर्य घायल हो गए थे। उल्लेखनीय है कि 24 फरवरी को धूमनगंज थाना क्षेत्र में उमेश पाल और उनके दो सुरक्षाकर्मियों की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। यह पूरी घटना आसपास के सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई थी, जिसकी मदद से ज्यादातर शूटर की पहचान हो गई है। उमेश पाल की पत्नी जया पाल ने घटना के अगले दिन धूमनगंज थाने में पूर्व सांसद अतीक अहमद, उसके भाई अशरफ, पत्नी शाइस्ता परवीन, अतीक के दो बेटों, अतीक के साथी गुड्डू मुस्लिम और गुलाम और नौ अन्य साथियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई थी।
उधर, प्रयागराज के स्वरूप रानी नेहरू अस्पताल के डॉक्टर डॉ. बद्री विशाल ने मीडिया को बताया कि उस्मान को जब लाया गया था तब तक उसकी मृत्यु हो चुकी थी। उसका ECG और अन्य जांच कराकर हमने उसे मृत घोषित किया और उसके शरीर को शव गृह भेज दिया। उन्होंने बताया कि उसको गोली लगी थी। इस बीच, उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा है कि पुलिस STF लगातार लगी हुई है, कल की घटना जो हुई है उसमें पुलिस पर हमला किया गया जिसके बाद पुलिस ने जवाबी कार्रवाई में उसे मार गिराया। उन्होंने कहा कि एक-एक अपराधी को सज़ा मिलेगी यही हमारी प्रतिबद्धता है। हम आपको यह भी बता दें कि उमेश पाल हत्याकांड से जुड़े कई लोगों की अवैध संपत्तियों को गत सप्ताह प्रयागराज में बुलडोजर से ढहाया जा चुका है।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री स्पष्ट कर चुके हैं कि प्रदेश में अपराधियों और माफियाओं को कतई नहीं रहने दिया जायेगा। कानून व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने के लिए मुख्यमंत्री की सख्ती का ही नतीजा है कि पुलिस भी लगातार सतर्क रहती है और अपराधी चाहे कितना भी बड़ा हो, सबके मन में खौफ पैदा किया गया है।

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