केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने रविवार को युवा भारतीय प्रवासियों से भारत में निवेश करने, नवाचार शुरू करने, अपने विचारों को क्रियान्वित करने और देश की समस्याओं का समाधान करने में योगदान देने की अपील की।
उन्होंने कहा कि भारतीय युवाओं ने भारत को दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप देश बनाया है।
तीन दिवसीय प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए ठाकुर ने कहा, ‘‘भारत वर्ष 2022 में दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया। उसने उस देश (ब्रिटेन) को पछाड़कर यह उपलब्धि हासिल की, जिसने 200 वर्षों तक उस पर राज किया।”
उन्होंने कहा कि युवा प्रवासी भारतीय अपने सपनों को पूरा करने के लिए मेहनत से आगे बढ़ रहे हैं, पर उनके दिल में भारत बसता है। उन्होंने युवा भारतीय प्रवासियों को ‘भारत में निवेश करने और अपने विचारों एवं नवाचारों को क्रियान्वित करने के लिए’ आमंत्रित किया।
ठाकुर ने कहा, “बीते साल भारत स्टार्ट-अप के मामले में दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा देश बन गया। उस समय जब पूरी दुनिया महामारी से लड़ रही थी, तब भारतीय युवाओं ने स्टार्ट-अप शुरू करने का अवसर देखा।”
उन्होंने कहा, “भारत के युवाओं ने ही पिछले आठ वर्षों में भारत को दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप देश बनाने का काम किया है। आज देश में 80,000 से ज्यादा स्टार्टअप हो गए हैं।”
ठाकुर ने कहा कि जब दुनिया कोविड-19 से लड़ रही थी, भारत के युवा अपने स्टार्टअप को यूनिकॉर्न का दर्जा देने का काम कर रहे थे; आपदा के समय भी अवसर की बात युवाओं ने दिखाई और हमारी 50 स्टार्टअप को यूनिकॉर्न का दर्जा भी आपदा के समय मिला, ये भारत के युवाओं की शक्ति दिखाता है।
ठाकुर ने कहा, “भारत आए युवा प्रवासी देश के अन्य युवाओं से जरूर मिलें और उनके साथ घूमने का प्रयास अवश्य करें। आप भारत में जितना घूमेंगे, भारत की विशेषताओं एवं समस्याओं को उतना अधिक समझेंगे। समस्याओं का समाधान करने में आप बहुत बड़ा सहयोग कर सकते हैं।”
ठाकुर ने कहा कि युवा प्रवासी सम्मेलन न केवल जड़ों को जोड़ने का प्रयास है बल्कि नई संभावनाओं को भी आमंत्रित करता है। उन्होंने कहा कि पूरे देश ने प्रवासी भारतीयों को अपने दिल में जगह दी है; हम उनकी उपलब्धियों और देश के प्रति समर्पित भाव से कार्य करने के जूनून का सम्मान करते हैं।
उन्होंने कहा कि भारतीय युवाओं में वो जोश और जूनून है जो दुनिया के किसी भी कोने में जाए तो भारत का नाम हमेशा रोशन ही करेंगें। प्रवासी भारतीय इस दिशा में एक महत्वपूर्ण सेतु की भूमिका सफलतापूर्वक निभा रहे हैं।
ठाकुर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत लगातार आगे बढ़ रहा है।
भारत पूरे विश्व का ‘पॉवर हाऊस’ है। यह सफलता आप सबकी सफलता है।
केंद्रीय मंत्री ने युवा प्रवासी भारतीयों से आहवान किया कि भारत में कुछ समय बितायें, चुनौतियों को समझकर प्रौद्योगिकी और विज्ञान के माध्यम से देश को आगे बढ़ाने में मदद करें।
इससे पहले, मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इंदौर के ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर में दीप प्रज्ज्वलित कर युवा प्रवासी भारतीय दिवस कार्यक्रम की शुरुआत की।
ऑस्ट्रेलियाई सांसद जेनेटा मैस्करेनहास युवा प्रवासी भारतीय दिवस कार्यक्रम में सम्मानित अतिथि के तौर पर शामिल हुईं।
वहीं, केंद्रीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर, केंद्रीय खेल राज्य मंत्री निसिथ प्रामाणिक और दुनिया के 70 से ज्यादा देशों से आए प्रवासी भारतीयों व गणमान्य व्यक्तियों ने भी इस कार्यक्रम में हिस्सा लिया।
प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन वर्ष 2019 के बाद पहली बार ऑफलाइन स्वरूप में आयोजित किया जा रहा है। वर्ष 2021 में पिछला प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन कोविड-19 महामारी के चलते ऑनलाइन आयोजित किया गया था।
सम्मेलन के 17वें संस्करण का विषय ‘प्रवासी : अमृत काल में भारत की प्रगति के लिए विश्वसनीय भागीदार’ निर्धारित किया गया है।
अधिकारियों ने बताया कि लगभग 70 देशों में बसे 3,500 से अधिक प्रवासी भारतीयों ने इस सम्मेलन के लिए पंजीकरण कराया है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सोमवार को इस सम्मेलन का औपचारिक उद्घाटन करेंगे। गुयाना के राष्ट्रपति डॉ. मोहम्मद इरफान अली इस सम्मलेन में मुख्य अतिथि, जबकि सूरीनाम गणराज्य के राष्ट्रपति चंद्रिका प्रसाद संतोखी विशिष्ट अतिथि होंगे।
मंगलवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू प्रवासी भारतीय सम्मान पुरस्कार 2023 प्रदान करने के साथ इस सम्मेलन के समापन सत्र की अध्यक्षता करेंगी।