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अरुणाचल प्रदेश के राज्यपाल ने उग्रवाद प्रभावित जिलों में सुरक्षा तंत्र मजबूत करने का आह्वान किया

अरुणाचल प्रदेश के राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) के टी परनायक ने राज्य के उग्रवाद प्रभावित पूर्वी जिलों तिरप, चांगलेंग और लॉन्गडिंग में सुरक्षा तंत्र को मजबूत करने का आह्वान किया।
राज्यपाल ने यहां राज भवन में असम राइफल्स के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ मुलाकात के दौरान तीनों जिलों में सुरक्षा मजबूत करने के तरीकों पर चर्चा की।
उनका यह बयान तब आया है जब पिछले कुछ महीनों में लॉन्गडिंग जिले में कई अपहरण हुए और तिरप जिले में 16 दिसंबर को भारत-म्यांमा सीमा के समीप अज्ञात हमलावरों ने पूर्व विधायक युमसेन माटे की हत्या कर दी थी।
परनायक ने तीनों जिलों में राज्य पुलिस समेत अन्य सुरक्षा बलों के साथ खुफिया सूचना को वास्तविक समय में साझा करने का सुझाव दिया।

असम राइफल्स के सेक्टर कमांडर ने राज्यपाल को तीनों जिलों में सुरक्षा स्थिति और सुरक्षा बल द्वारा चलायी जा रही विभिन्न सद्भावना परियोजनाओं की जानकारी दी।
उन्होंने राज्य के पूर्वी हिस्से में कानून एवं व्यवस्था बनाए रखने में असम राइफल्स द्वारा निभायी सक्रिय भूमिका की जानकारी दी।
राज्य सरकार ने माटे की हत्या से जुड़े मामले को 21 दिसंबर को राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) को सौंपने का निर्णय किया।
कांग्रेस के पूर्व विधायक माटे अपने तीन समर्थकों के साथ किसी निजी काम से लाजू गांव गए थे, जहां से कोई उन्हें किसी बहाने से जंगल की ओर ले गया और उनकी गोली मारकर हत्या कर दी।

पिछले कुछ महीनों में लॉन्गडिंग जिले में अपहरण की भी कई घटनाएं सामने आयी।सभी मामलों में फिरौती मांगी गयी और कई दिनों बाद बंधकों को रिहा किया गया लेकिन फिरौती की रकम के बारे में कोई जानकारी नहीं दी गयी।
आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, राज्य में मार्च 2000 से लेकर अब तक उग्रवाद संबंधी मौत की 239 घटनाओं में से 183 लोगों की मौत तिरप-चांगलेंग-लॉन्गडिंग (टीसीएल) क्षेत्र में हुई।

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