असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने मंगलवार को नगांव जिले में 50 करोड़ रुपये की लागत से तिवा राजा जोंगल बलाहू के नाम पर एक पर्यटन केंद्र के निर्माण की आधारशिला रखी।
राहा में एक जनसभा को संबोधित करते हुए शर्मा ने असम की सांस्कृतिक पच्चीकारी को समृद्ध करने की दिशा में अत्यधिक योगदान देने के लिए तिवा समुदाय के प्रयासों की सराहना की।
जोंगल बलाहू प्राचीर में केंद्र के शिलान्यास समारोह के बाद उन्होंने कहा कि यह केंद्र एक समावेशी समाज के निर्माण में समुदाय की भूमिका पर प्रकाश डालने में मदद करेगा।
इससे पहले मुख्यमंत्री ने राहा स्थित ऐतिहासिक जोंगल बलाहू गढ़ का दौरा किया और महान तिवा राजा जोंगल बलाहू को पुष्पांजलि अर्पित की।
शर्मा ने कहा, ‘‘बहादुर योद्धा, जिसने अपनी भूमि और लोगों की रक्षा के लिए बहादुरी से लड़ाई लड़ी, वह हमेशा असम के लोगों के लिए प्रेरणा बने रहेंगे।’’ उन्होंने कहा कि महान योद्धा और समग्र रूप से तिवा समुदाय के योगदान की मान्यता में राहा स्थित पुरातात्विक स्थल को जोंगल बलाहू क्षेत्र में बदला जाएगा।
उन्होंने कहा, ‘‘नाबार्ड द्वारा वित्त पोषित 50 करोड़ रुपये की परियोजना में साइकिल और ईवी ट्रैक, हैंगिंग ब्रिज, एम्फीथिएटर और संग्रहालय शामिल होंगे।’’
मुख्यमंत्री ने जोंगल बलाहू पर्यटन स्थल तक दो लेन की सड़क विकसित करने में भी जन सहयोग मांगा।
बाद में दिन में, उन्होंने तिनसुकिया जिले के डिगबोई में एक पर्यटन उत्सव में भाग लिया और नाजीरेटिंग तमुली पर्यटन सर्किट के बुनियादी ढांचे के विकास के लिए तीन करोड़ रुपये देने की घोषणा की।
उन्होंने कहा, ‘‘अरुणाचल प्रदेश में तवांग उत्सव और मेघालय में चेरी ब्लॉसम उत्सव की तरह ही असम सरकार ने नाजीरेटिंग तामुली पर्यटन उत्सव को राज्य के सबसे लोकप्रिय पर्यटन आयोजनों में से एक के तौर पर विकसित करने की योजना बनाई है।