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सिलचर (असम) । असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने कहा कि महिलाओं के खिलाफ अपराध से निपटने में उनकी सरकार की कतई बर्दाश्त नहीं करने की नीति है और ऐसे मामलों में आरोपियों के खिलाफ “कठोर कार्रवाई” की जाती है। शर्मा ने यह भी कहा कि राज्य का पुलिस बल महिलाओं के खिलाफ अपराध के मामलों में त्वरित कार्रवाई करके एक उदाहरण स्थापित कर रहा है। शर्मा ने संवाददाताओं से कहा, जब असम में (बलात्कार जैसी) कोई घटना होती है, तो पुलिस त्वरित कार्रवाई करती है। कोई समझौता नहीं किया जाता। जब महिलाओं के खिलाफ अपराध की बात आती है, तो हमारी नीति कतई बर्दाश्त नहीं करने की होती है।
ढींग में 14 वर्षीय लड़की के साथ सामूहिक बलात्कार की घटना का जिक्र करते हुए, शर्मा ने कहा, घटना दो दिन पहले हुई थी। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया, लेकिन उसने पानी में कूदकर भागने की कोशिश की और इस प्रक्रिया में उसकी मौत हो गई। एक अन्य मामले में, तेजपुर में एक लड़की से छेड़छाड़ का आरोपी हिरासत से भागने की कोशिश करते समय पुलिस की गोलीबारी में घायल हो गया था।
इसे लेकर मुख्यमंत्री ने कहा, उसने भागने की कोशिश की और उसे गोली मार दी गई। उन्होंने कहा, “लोकसभा चुनाव के बाद मामले और बढ़ गए। लेकिन अब मामले कम हो गए हैं और आगे भी कम होंगे।” शर्मा ने कहा, हमने कार्रवाई की है और आगे भी करते रहेंगे। उग्रवादीया आतंकी हमलों में पहले से जानकारी हो सकती है। लेकिन बलात्कार जैसे मामलों में कोई खुफिया जानकारी उपलब्ध नहीं होती। जब ऐसी घटनाएं होती हैं, तो हमें कठोर कार्रवाई करनी पड़ती है ताकि दूसरों को डर हो कि अगर उन्होंने ऐसा कुछ करने की कोशिश की तो उन्हें भी कानून का सामना करना पड़ेगा।