माफिया और पूर्व सांसद अतीक अहमद को करीब एक पखवाड़े में दूसरी बार बुधवार को साबरमती जेल से यहां नैनी सेंट्रल जेल लाया गया और उमेश पाल हत्या मामले में उसे बृहस्पतिवार को अदालत में पेश किया जाएगा। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
अधिकारियों ने बताया कि अतीक अहमद शाम करीब छह बजे नैनी जेल जेल पहुंचा। उन्होंने बताया कि उमेश पाल हत्याकांड में पूछताछ के लिए पुलिस उसे हिरासत में देने का अनुरोध करेगी। उसे बृहस्पतिवार को मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट दिनेश गौतम की अदालत में पेश किया जाएगा।
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘‘विलंब की वजह से उसे आज अदालत में पेश नहीं किया जा सका। वहीं, बरेली जेल से नैनी जेल लाए गए अतीक के भाई अशरफ को भी इसी मामले में अदालत में पेश किया जाएगा।’’
बसपा विधायक राजू पाल की हत्या के मामले में प्रमुख गवाह उमेश पाल और उसके दो सुरक्षा गार्डों की गत 24 फरवरी को धूमनगंज क्षेत्र में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
उमेश पाल की पत्नी जया पाल की तहरीर पर 25 फरवरी को अतीक अहमद, उसके भाई अशरफ, पत्नी शाइस्ता परवीन, दो बेटों, साथी गुड्डू मुस्लिम और गुलाम और नौ अन्य लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था।
उत्तर प्रदेश पुलिस की एक टीम मंगलवार को अतीक अहमद को लेकर साबरमती जेल से प्रयागराज के लिए रवाना हुई। इससे पूर्व, 26 मार्च को उसे साबरमती जेल से प्रयागराज लाया गया था और 2006 के उमेश पाल अपहरण मामले में 28 मार्च को अदालत में पेश किया गया था जहां उसे और दो अन्य लोगों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी।
अतीक अहमद को लेकर प्रयागराज आ रहा पुलिस के काफिले ने बुधवार को सुबह करीब पौने नौ बजे झांसी से उत्तर प्रदेश की सीमा में प्रवेश किया।
अहमद ने पुलिस वैन के अंदर से पत्रकारों से कहा, “हम आपके जरिए सरकार से कहना चाहते हैं कि बिल्कुल मिट्टी में मिल गए हैं। अब हमारी औरतों और बच्चों को परेशान ना करें।”
उल्लेखनीय है कि रीयल एस्टेट कारोबारी मोहित जायसवाल का अपहरण कर उस पर हमला करने का आरोप लगने के बाद उच्चतम न्यायालय ने अप्रैल, 2019 में निर्देश दिया था कि अहमद को गुजरात में उच्च सुरक्षा वाली जेल में स्थानांतरित किया जाए।
पुलिस ने कहा कि अतीक अहमद पर हाल ही में उमेश पाल हत्या मामले सहित 100 से अधिक मुकदमे दर्ज हैं। वर्ष 2005 में बसपा विधायक राजू पाल की हत्या के मामले में भी अतीक अहमद पर मामला दर्ज है।