देश में कई योजनाएं है, जिने राज्य और केंद्र सरकार दोनों ही चलाती है। जरुरतमंदों और गरीब वर्गों के लिए ये योजनाएं चलाई जाती है। आर्थिक लाभ भी लाभार्थियों के खातों में सीधे तौर पर पहुंचता है। लाभार्थियों के बैंक खाते में सीधे राशि पहुंचती है। सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं का लाभ लाभार्थियों तक सीधे पहुंचता है। इस कड़ी में एक और योजना है, जो कि आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना-मुख्यमंत्री योजना है।
ये स्वास्थ्य योजना के जरिए लोगों को मुफ्त में इलाज दिया जाता है। अगर कोई इस योजना का लाभ लेना चाहता है तो इसके लिए एलिजिबल होना चाहिए। इस योजना में आवेदन करने का तरीका भी पता होना चाहिए। इस योजना में आवेदन करने के लिए पूरा प्रोसेस जानें।
लाभार्थियों को मिलेगा ये लाभ
आयुष्मान भारत योजना में सबसे पहले पात्र लोगों को आयुष्मान कार्ड बनकर मिलता है। इसके बाद कार्डधारक सूचीबद्ध अस्पतालों में पांच लाख रुपये का निशुल्क इलाज मिलता है। अस्पताल में भर्ती होने के बाद सरकार मरीज का पूरा खर्चा उठाती है। लाभार्थी मरीज को कुछ राशि नहीं देनी होती है।
ऐसे बनवा सकते हैं आयुष्मान कार्ड
- पात्र लोगों को आवेदन करने के लिए जनसेवा केंद्र जाना होता है
- संबंधित अधिकारी को दस्तावेज देने होते है
- ये दस्तावेज वेरिफाई होते हैं और पात्रता जांची जाती है
- दस्तावेज सही पाए जाने के बाद ही आवेदन किया जाता है
ये लोग हैं पात्र
- जिनके पास कच्चा मकान है
- जो दिहाड़ी मजदूर है
- निराश्रित या आदिवासी हैं
- ट्रांसजेंडर
- ग्रामीण क्षेत्र में रहने वाले लोग
- भूमिहीन लोगपरिवार में दिव्यांग सदस्य
- अनुसूचित जाति या जनजाति के लोग