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गणतंत्र दिवस के मौके पर अमृतसर के बास स्थित अटारी वाघा बार्डर पर बीटिंग रिट्रीट समारोह का आयोजन किया गया है। इस बीटिंग रिट्रीट समारोह में 26 हजार लोगों की मौजूदगी रही थी। बीटिंग रिट्रीट के मौके पर यहां मौजूद लोगों में सेना के जवानों को देखकर खासा उत्साह देखने को मिला। इस कार्यक्रम के दौरान लोगों में हाई जोश दिखा।
कार्यक्रम में दोनों देशों के जवानों ने शौर्य प्रदर्शन करते हुए दर्शकों में उत्साह, रोमांच भरा। इस समारोह के दौरान बीएसएफ के जवानों ने शानदार परेड का आयोजन भी किया। यहां भी नारी शक्ति देखने को मिली, जिसने दर्शकों का मन पूरी तरह से मोह लिया। परेड में मौजूद लोगों ने भारत माता की जय के नारे भी लगाए।
गौरतलब है कि अमृतसर से कुछ दूरी पर स्थित अटारी बॉर्डर पर रोजाना बीटिंग रिट्रीट समारोह का आयोजन होता है। इस दौरान भारत और पाकिस्तान के जवान इस समारोह में बढ़ चढ़ कर हिस्सा लेते है। मगर गणतंत्र दिवस के मौके पर यहां का नजारा कुछ अलग ही देखने को मिलता है। इस दिन को यहां एक खास त्योहार की तरह मनाया जाता है।
इस दिन पहली बार हुई थी बीट्रिंग रिट्रीट
जानकारी के मुताबिक पंजाब के अटारी वाघा बार्डर पर बीटिंग रिट्रीट समारोह का आयोजन वर्ष 1959 को हुआ था। इसके बाद से लगातार इसका आयोजन बॉर्डर पर किया जा रहा है। दोनों देशों में इसके परंपरागत तौर पर मनाया जाता है। इस बीटिंग रिट्रीट समारोह में भारी संख्या में लोग हिस्सा लेते है। बता दें कि ये समारोह 60-120 मिनट तक चलता है, जिस दौरान दर्शक और जवान उत्साह से भर जाते है।
ऐसे उतारा जाता है तिरंगा
अटारी वाघा बॉर्डर पर दोनों ही देशों के जवान अपने राष्ट्रीय ध्वर को सुबह फहराते है। शाम को सुरज ढ़लने पर तिरंगे को उतारा जाता है। तिरंगा उतारने से पहले भारत और पाकिस्तान दोनों ही देशों के जवान एक दूसरे को चुनौतियां देते हैं और अपने कौशल का प्रदर्शन करते है। ये पूरा प्रदर्शन देखने लायक होता है, जिसमें जवानों का शौर्य देखने को मिलता है।
गौरतलब है कि भारत और पाकिस्तान के बंटवारे के बाद ऐतिहासिक ग्रैंड ट्रंक रोज पर अटारी वाघा संयुक्त चेक पोस्ट की स्थापना हुई थी। इसमें भारत में अटारी और पाकिस्तान में वाघा है। इसे ही अटारी-वाघा बॉर्डर के नाम से जाना जाता है।