बिहार के समस्तीपुर कोर्ट परिसर में शनिवार को उस समय अफरा-तफरी मच गई, जब गोलियों की आवाज सुनाई दी। इससे आसपास के क्षेत्र में हड़कंप मच गया। अपराधियों ने पुलिस को खुली चुनौती देते हुए दो कैदियों को गोली मार दी, जिससे दहशत और अफरातफरी मच गयी। जेल में बंद व्यक्तियों की पहचान प्रभात चौधरी और प्रभात तिवारी के रूप में की गई, जिन्हें सुनवाई के लिए अदालत में लाया गया था। दोनों घायल कैदियों को इलाज के लिए भर्ती कराया गया है, जबकि हमलावर मौके से भागने में सफल रहे। मिली जानकारी के मुताबिक दोनों कैदी शराब से जुड़े मामले में जेल में बंद थे।
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शनिवार की सुबह, जब उन्हें अदालत ले जाया जा रहा था, चार हमलावरों ने उनका सामना किया और गोलियां चला दीं, जिससे प्रभात चौधरी गंभीर रूप से घायल हो गए। उनकी जांघ में गोली लगी, जबकि प्रभात तिवारी के हाथ में गोली लगी। घटना के बाद, सभी हमलावर मुख्य द्वार से लगभग 30 से 40 मीटर की दूरी पैदल तय करके अदालत परिसर से भागने में सफल रहे। तनावपूर्ण माहौल के बीच कैदियों के साथ मौजूद पुलिस अधिकारियों ने उन्हें तुरंत इलाज के लिए सदर अस्पताल पहुंचाया। घटना के बाद, स्थानीय और ग्रामीण पुलिस स्टेशनों के अधिकारियों सहित जिला जांच इकाई की एक टीम घटनास्थल पर पहुंची। उच्च पदस्थ अधिकारी डीएसपी अमित कुमार और एसपी विनय तिवारी ने भी घटनास्थल का दौरा किया और अस्पताल में पूछताछ की।
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इस बीच, बिहार बीजेपी अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति की आलोचना करते हुए कहा, “बिहार के सीएम नीतीश कुमार राज्य को संभालने में सक्षम नहीं हैं… राज्य में स्थिति अच्छी नहीं है और जब कोर्ट परिसर के अंदर गोलीबारी हो रही है तो फिर राज्य में कानून-व्यवस्था सख्त कैसे है…नीतीश कुमार को तुरंत इस्तीफा दे देना चाहिए।” सुशील मोदी ने कहा कि ऐसे में गवाह सुरक्षित नहीं हैं। कुछ दिन पहले अररिया में एक पत्रकार की हत्या कर दी गई, वह एक हत्या के मामले में गवाह था…अगर गवाह सुरक्षित नहीं होंगे तो अपराधियों को सजा नहीं मिलेगी। अक्सर कोयला माफिया और बालू माफिया पुलिस पर हमला कर रहे हैं। लगातार हो रहे इन हमलों से पता चलता है कि नीतीश कुमार की लॉ एंड ऑर्डर की यूएसपी खत्म हो चुकी है।