बिहार लोकसभा चुनाव का दूसरा चरण कुछ ही घंटों में शुरू होने वाला है, जहां 93 लाख से अधिक मतदाता पांच निर्वाचन क्षेत्रों में 50 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करेंगे। प्रसिद्ध लोकसभा क्षेत्रों में से एक, किशनगंज के मतदाता कांग्रेस सांसद मोहम्मद जावेद, जदयू उपविजेता मुजाहिद आलम और एआईएमआईएम के अख्तरुल ईमान के बीच त्रिकोणीय मुकाबले में अपना वोट डालने जा रहे हैं। साथ ही, सबसे ज्यादा चर्चा पूर्णिया पर होगी, जहां कुल सात उम्मीदवार मैदान में हैं, जो पांच सीटों में से सबसे कम है।
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पूर्णिया लोकसभा क्षेत्र में त्रिकोणीय लड़ाई देखी जा रही है, जहां जदयू सांसद संतोष कुशवाहा का लक्ष्य हैट्रिक बनाना है, लेकिन उन्हें तीन बार के पूर्व सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव से कड़ी चुनौती का सामना करना पड़ेगा। वह निर्दलीय के रूप में चुनाव लड़ रहे हैं। राजद ने यहां से बीमा भारती को टिकट दिया है जो जदयू की एक विधायक हैं, हाल में ही मुख्यमंत्री की पार्टी से अलग हो गई हैं। पड़ोस मे कटिहार है जहां पूर्व केंद्रीय मंत्री तारिक अनवर कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ रहे है। हाल में ही वह कांग्रेस में लौटे है। इस सीट का कई बार प्रतिनिधित्व कर चुके है। जद (यू) ने एक बार फिर से दुलाल चंद्र गोस्वामी पर ही दांव लगाया है।
एक और उत्सुकता से देखी जाने वाली सीट भागलपुर है, जिस पर कांग्रेस दो दशकों में पहली बार चुनाव लड़ रही है। पार्टी विधायक अजीत शर्मा, जो पिछले कुछ विधानसभा चुनावों में इसी नाम की विधानसभा सीट जीतकर आश्चर्यचकित कर रहे हैं, जदयू सांसद अजय मंडल के लिए कड़ी चुनौती पेश कर रहे हैं। बांका में, जदयू सांसद गिरिधारी यादव का राजद के जय प्रकाश नारायण यादव से सीधा मुकाबला है, जिनसे उन्होंने पांच साल पहले यह सीट छीनी थी।
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दूसरे चरण के लिए मैदान में 50 उम्मीदवारों में से केवल तीन महिलाएं हैं, पूर्णिया में राजद की बीमा भारती एक प्रमुख पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ने वाली अकेली महिला हैं। पांचों सीटों पर मतदाताओं की कुल संख्या 93.96 लाख है, जिनमें 45.15 लाख महिलाएं और 306 तीसरे लिंग के हैं। मतदाताओं में एक तिहाई से अधिक युवा मतदाता हैं, जिनमें 13.77 लाख 18-19 वर्ष के आयु वर्ग के हैं और अन्य 20.86 लाख 20 से 29 वर्ष के बीच के हैं। 89,743 विकलांग व्यक्तियों और 85 वर्ष से अधिक आयु के 79,085 मतदाताओं के लिए विशेष व्यवस्था की जाएगी। अधिकारियों ने कहा कि अर्धसैनिक बलों की 150 से अधिक कंपनियां स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करने में स्थानीय पुलिस की सहायता करेंगी।