ओडिशा के कृषि प्रधान पदमपुर विधानसभा क्षेत्र के लिए उपचुनाव के नजदीक आने के साथ ही भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और बीजू जनता दल (बीजद) एक-दूसरे को किसान विरोधी करार देने में लग गए हैं।
दोनों दलों द्वारा एक-दूसरे पर हमला बोलने के बीच भाजपा ने शुक्रवार को किसानों के मुद्दों को लेकर राज्य विधानसभा के पास अनिश्चितकालीन सत्याग्रह शुरू किया।
ओडिशा भाजपा के महासचिव पृथ्वीराज हरिचंदन ने कहा कि कृषि सहायता, फसल बीमा, उर्वरकों की आपूर्ति, बीज सहित किसानों को प्रभावित करने वाले विभिन्न मुद्दों को लेकर यह सत्याग्रह शुरू किया गया है।
वहीं सत्तारूढ़ बीजद ने भाजपा के आरोपों को खारिज कर दिया और इसे हास्यास्पद करार दिया।
बीजद ने कहा कि भाजपा को अपना सत्याग्रह स्थान संसद में स्थानांतरित कर देना चाहिए।
हरिचंदन ने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (पीएमएफबीवाई) के तहत किसानों को फसल बीमा का लाभ नहीं मिलने के लिए बीजद सरकार को जिम्मेदार ठहराया और कहा कि अगर सरकार ने कार्रवाई नहीं की तो राज्य के अन्य हिस्सों में भी सत्याग्रह किया जाएगा।
बीजद विधायक बिजय रंजन सिंह बरिहा की तीन अक्टूबर को मृत्यु हो जाने के कारण पदमपुर सीट पर उपचुनाव की नौबत आई।
भाजपा नेता ने कहा, राज्य सरकार अपनी जिम्मेदारियों से बच नहीं सकती क्योंकि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना एक केंद्रीय योजना है।
उन्होंने दावा किया कि राज्य में आलू मिशन पूरी तरह विफल रहा है।
हरिचंदन ने दावा किया ओडिशा सरकार ने प्रति किसान सिर्फ 4000 रुपये दिए हैं, जबकि उसने पहले घोषणा की थी कि वह अपनी कालिया योजना के तहत हर साल छोटे व सीमांत किसानों को कृषि सहायता के रूप में 10,000 रुपये का भुगतान करेगी।
उन्होंने कहा कि इसकी घोषणा 2019 के चुनावों से पहले की गई थी। उन्होंने आरोप लगाया कि शेष 6,000 रुपये की राशि प्रधानमंत्री कृषक निधि योजना से दी गई।
भाजपा के आरोपों को खारिज करते हुए बीजद सांसद सस्मित पात्रा ने कहा, यह हास्यास्पद है। भाजपा को अपना सत्याग्रह स्थल संसद में स्थानांतरित करना चाहिए और केंद्र में अपनी पार्टी से किसान विरोधी रवैया त्याग देने का अनुरोध करना चाहिए। उसे ओडिशा के किसानों के लिए न्याय की भी मांग करनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि 2018 में ओडिशा विधानसभा में बीजद और कांग्रेस के सभी विधायकों के साथ भाजपा विधायकों ने भी धान के एमएसपी (न्यूनतम समर्थन मूल्य) को बढ़ाकर 2,930 रुपये करने के प्रस्ताव का सर्वसम्मति से समर्थन किया था।
पात्रा ने कहा, भाजपा को केंद्र से यह प्रस्ताव लागू करने के लिए कहना चाहिए।
बीजद नेता ने आरोप लगाया कि भाजपा सिर्फ लोगों को गुमराह करने का प्रयास कर रही है।