भारतीय जनता पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति ने हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए अब तक अपने 88 उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। इन उम्मीदवारों की घोषणा दो चरणों में आयी लिस्ट के द्वारा किया गया है। इस सूची में महेंद्रगढ़ जिले की अटेली विधानसभा क्षेत्र से आरती राव को बीजेपी ने उम्मीदवार घोषित किया गया है। गत 2019 में हुए विधानसभा चुनाव में भी राव इंद्रजीत सिंह की ओर से आरती राव के लिए टिकट की मांग की थी, लेकिन उस समय भारतीय जनता पार्टी की ओर से वंशवाद की राजनीति को समाप्त करने की घोषणा आड़े आ गई थी। जिसके कारण राव के प्रयासों के बावजूद भी आरती राव को टिकट नहीं मिल पाया था।
हालांकि, हाल ही में संपन्न हुए लोकसभा चुनावों में भी आरती राव ने अटेली विधान सभा सीट पर अपनी दावेदारी जताते हुए सक्रिय भूमिका निभाई थी। पार्टी की उम्मीदवार आरती राव के दादा व राव इंद्रजीत सिंह के पिता राव बिरेंद्र सिंह दक्षिणी हरियाणा से इकलौते मुख्यमंत्री बने थे। राव बिरेंद्र सिंह के बाद अभी तक दक्षिणी हरियाणा से कोई भी मुख्यमंत्री नहीं बन पाया है। खेलों की दुनिया से आने वाली 45 वर्षीय आरती राव ने भारत के निशानेबाज रहे मनशेर सिंह के सामने 14 बार राष्ट्रीय चैंपियन बनने के उनके रिकॉर्ड को तोड़ा था।
देश के प्रतिष्ठित दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातक करने वालीं आरती राव पिछले दस सालों से राजनीति में सक्रिय भूमिका निभा रही हैं। वे अपने पिता राव इंद्रजीत के साथ मंच भी सांझा करती हैं। उनको टिकट मिलने से अटेली विधानसभा क्षेत्र का सियासी पारा भी चढ़ गया है। हालांकि, यह चुनाव ही तय करेगा की भाजपा की यह निशानेबाज अटेली विधानसभा क्षेत्र की टिकट पर सही निशाना लगा सकती है या नहीं। जो भी हो राव के गत लोक सभा चुनाव के दौरान खुले मंचों से तेवर देख भाजपा के शीर्ष नेतृत्व ने भी उनको साधने का प्रयास करते हुए निशानेबाज आरती राव को अटेली विधानसभा सीट पर निशाना लगाने के लिए मैदान में उतार दिया है। हालांकि अटेली विधानसभा सीट से भाजपा टिकट की दावेदारी जता रहे कुछ लोग पहले ही राजशाही के खिलाफ खुले मंच से बयान दे चुके हैं।