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धामनगर उपचुनाव में सहानुभूति की लहर के बूते भाजपा ने बीजद की जीत का सिलसिला तोड़ा

ओडिशा की धामनगर सीट पर हुए उपचुनाव में अपने उम्मीदवार के पक्ष में चली सहानुभूति की लहर और बागियों के कारण बीजू जनता दल (बीजद) के मतदाताओं में बंटवारे के बूते भाजपा ने रविवार को जीत दर्ज कर उपचुनावों में बीजद की विजय के सिलसिले को तोड़ दिया।
भाजपा ने पार्टी के दिवंगत विधायक बिष्णु चरण सेठी के बेटे सूर्यवंशी सूरज को इस सीट से मैदान में उतारा था।
सूरज ने सत्ताधारी बीजद की उम्मीदवार अंबाती दास को 9,881 के अंतर से हराया।

निर्वाचन आयोग के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।
धामनगर सीट 19 सितंबर को भाजपा विधायक बिष्णु चरण सेठी के निधन के कारण रिक्त हुई थी।
अधिकारी ने बताया कि भाजपा उम्मीदवार एवं सेठी के पुत्र सूर्यवंशी सूरज को 80,351 वोट जबकि उनकी निकटतम प्रतिद्वंद्वी अंबाती दास को 70,470 वोट मिले। उन्होंने बताया कि कांग्रेस उम्मीदवार बाबा हरेकृष्णा सेठी को केवल 3,561 मत मिले हैं।
यह सीट अपने पास बरकरार रखने के साथ भाजपा ने उपचुनावों में वर्ष 2019 से जारी बीजद की जीत के सिलसिले को भी तोड़ दिया।

ओडिशा में लगातार पांच बार से बीजद की सरकार है।
बीजद अध्यक्ष और मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने कहा कि यह चुनाव प्रत्याशित था। भाजपा के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि यह परिणाम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व के प्रति लोगों के विश्वास को दर्शाता है।
भाजपा ने वर्ष 2019 के विधानसभा चुनाव में इस सीट पर 4625 मतों के अंतर से जीत दर्ज की थी, लेकिन इस बार जीत का अंतर और बढ़ गया है।

इसी तरह मत प्रतिशत भी वर्ष 2019 के 47.47 के मुकाबले बढ़कर 49.1 हो गया है।
सत्ताधारी दल ने वर्ष 2019 में इस सीट से बीजद उम्मीदवार रहे राजेंद्र दास को भद्रक जिले की इस सीट से टिकट नहीं दिया था, जिसके कारण इसको मिले मत प्रतिशत में गिरावट आई है। इसका मत प्रतिशत 45.67 फीसदी से घटकर 43.1 फीसदी रह गया है।
राजेंद्र दास इस बार निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में मैदान में थे और उन्हें 8153 वोट मिले।
एक अन्य निर्दलीय उम्मीदवार पबित्र मोहन दास को 497 वोट मिले, जबकि 650 मतदाताओं ने ‘नोटा’ (उपरोक्त में से कोई नहीं)के पक्ष में मतदान किया।

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