नई दिल्ली। दिल्ली प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीरेन्द्र सचदेवा ने आज उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना से अपील की है कि वह वायु एवं जल प्रदूषण दोनों पर एक उच्च स्तरीय सर्व दलिय बैठक बुलायें क्योंकि दिल्ली सरकार प्रदूषण विरोधी कदम उठाने पर बिल्कुल भी गम्भीर नही है और दिल्ली वालों के स्वास्थ हित में उपराज्यपाल महोदय का हस्ताक्षेप जरूरी हो गया है। दिल्ली भाजपा अध्यक्ष ने कहा है की अगले तीन हफ्ते में दिवाली एवं छठ के दो बड़े त्योहार सामने हैं पर आतिशी मार्लेना सरकार बेपरवाह है अतः अब उपराज्यपाल महोदय का हस्ताक्षेप आवश्यक है।
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सचदेवा ने कहा है की यह खेदपूर्ण है की दिल्ली का सामान्य एक्यूआई बहुत तेज़ी से बढ़ता हुआ गत चार दिन में लगभग दुगना हो गया है पर दिल्ली की मुख्य मंत्री सुश्री आतिशी मार्लेना पूरी तरह चुप हैं उनके पर्यावरण मंत्री रोज़ एक ब्यान देकर दायित्व की इतिश्री कर देते हैं। वीरेन्द्र सचदेवा ने कहा है दिल्ली में विंटर प्रदूषण का मुख्य कारण पराली जलना एवं टूटी सड़कों से उड़ने वाली धूल है पर बार बार पूछने पर भी अरविंद केजरीवाल द्वारा बनाई मार्लेना सरकार यह नही बताती की उसने इन पर क्या कार्य योजना बनाई है।
दिल्ली भाजपा अध्यक्ष ने कहा हे की दिल्ली वाले मुख्य मंत्री आतिशी मार्लेना से जानना चाहते हैं उनकी सरकार ने पराली जलना रोकने को लेकर अपनी ही पार्टी की पंजाब की सरकार के साथ क्या कार्य योजना बनाई है। सचदेवा ने कहा है की केन्द्र सरकार ने पंजाब सकार को गत तीन साल में हजारों खेत सफाई मशीनों के आलावा पराली खरीदने के लिए फंड भी दिया है पर पंजाब की आम आदमी पार्टी सरकार इनका वितरण कर पराली जलने से रोकने का कोई ठोस उपाय नही करती। खेदपूर्ण है कि अरविंद केजरीवाल जब मुख्य मंत्री थे तब भी और आज भी केवल राजनीतिक प्रपंचों में लगे रहते हैं उन्हे दिल्ली एवं पंजाब के लोगों के स्वास्थ की कोई परवाह नही है।
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दिल्ली भाजपा अध्यक्ष ने कहा है की इसी तरह दिल्ली में यमुना का प्रदूषण स्तर लगातार बढ़ रहा है और मार्लेना सरकार लापरवाही से आंख मूंदे बैठी है। सचदेवा ने कहा है की यमुना नदी जब हरियाणा से पल्ला, दिल्ली में प्रवेश करती है तो इसका सामान्य फयूकल केलिफोरम स्तर 12000 होता है और जब तक यह ओखला के पास दिल्ली छोड़ती है यह बढ़कर 96000 हो जाए है। दिल्ली में 27 बिना उपचार के नाले यमुना में गिरते हैं जो उसके जल को जहर बना देते हैं और फयूकल कोलीफोरम स्तर आठ गुणा बढ़ा देते हैं। सचदेवा ने उपराज्यपाल महोदय से मांग की है कि छठ की तैयारी के लिए वह तुरंत हस्ताक्षेप करें और वरिष्ठ अधिकारियों की विधानसभा अनुसार टीमों गठन करें और इस वर्ष यमुना किनारे भी छठ घाट बनाये जायें।