कर्नाटक में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) विधायक एन वाई गोपालकृष्ण सोमवार को कांग्रेस में शामिल हो गये।
कर्नाटक कांग्रेस के अध्यक्ष डी के शिवकुमार ने सोमवार को कहा कि 10 मई को होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा और जनता दल (एस) के कई विधायक कांग्रेस में शामिल हो रहे हैं, जो इस बात का प्रमाण है कि जनता की लहर पार्टी के पक्ष में है।
कुदलिगी विधानसभा क्षेत्र के मौजूदा भाजपा विधायक एन वाई गोपालकृष्ण को पार्टी में शामिल करने के बाद अपने भाषण में उन्होंने कहा कि कांग्रेस सत्ता में आएगी। गोपालकृष्ण ने गत शुक्रवार को ही पार्टी से इस्तीफा दे दिया था।
शिवकुमार ने कहा, ‘‘भाजपा और जद (एस) के कई नेता हमारा दरवाजा खटखटा रहे हैं। यह इस बात का सबूत है कि राज्य की जनता की आवाज कांग्रेस के पक्ष में है और हमारा रास्ता सही दिशा में सत्ता की तरफ है।’’
शिवकुमार ने यहां संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि गोपालकृष्ण ने भाजपा विधायक के पद से इस्तीफा दे दिया और अब कांग्रेस में शामिल हो गये हैं। उन्होंने कहा कि इसी तरह जद (एस) विधायक के. एम. शिवलिंगे गौड़ा भी इस्तीफा दे चुके हैं और वह जल्द ही कांग्रेस में शामिल होंगे।
केपीसीसी प्रमुख ने कहा, ‘‘भाजपा और जद (एस) नेता स्वैच्छिक रूप से कांग्रेस का दामन थाम रहे हैं, जो इस बात का ‘बड़ा सबूत’ है कि लोगों ने ‘डबल इंजन सरकार की नाकामी’ के कारण परिवर्तन करने का मन बना लिया है।’’
छह बार के विधायक गोपालकृष्ण पहले कांग्रेस में थे। वह चार बार चित्रदुर्ग जिले के मोलाकलमुरु विधानसभा क्षेत्र से और एक बार बल्लारी सीट से विधायक चुने गए। भाजपा में शामिल होने के बाद वह कुदलिगी से विधायक बने।
वर्ष 2018 में कांग्रेस से टिकट नहीं मिलने पर वह विधानसभा चुनाव से ठीक पहले भाजपा में शामिल हो गये थे और कुदलिगी सीट से भाजपा के टिकट पर जीत दर्ज की।
गोपालकृष्ण ने कांग्रेस में शामिल होने के बाद अपने और अपने परिवार के लंबे जुड़ाव को याद करते हुए कहा कि वह बल्लारी, चित्रदुर्ग और विजयनगर जिलों में पार्टी की जीत के लिए काम करेंगे।
उन्होंने कहा कि वह राज्य में एक बार फिर से कांग्रेस सरकार स्थापित करने की दिशा में काम करेंगे और यह पार्टी नेतृत्व पर छोड़ दिया गया है कि वह मोलाकलमुरु विधानसभा क्षेत्र से उन्हें मैदान में उतारती है या नहीं।
हाल ही में भाजपा के दो एमएलसी (पुत्तन्ना और बाबूराव चिंचंसुर) ने इस्तीफा देकर कांग्रेस का दामन थाम लिया था। इसी तरह जद (एस) विधायक एस. आर. श्रीनिवास भी इस्तीफा देकर कांग्रेस में शामिल हो गये।