तेलंगाना भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अध्यक्ष बंदी संजय ने गुरुवार को कहा कि 10वीं कक्षा की परीक्षा के पेपर लीक मामले में उनकी गिरफ्तारी भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) सरकार की एक बड़ी साजिश का हिस्सा है। बंदी संजय ने भाजपा स्थापना दिवस के अवसर पर पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं को लिखे एक खुले पत्र में कहा कि मुझे गिरफ्तार करना और भाजपा कार्यकर्ताओं को परेशान करना गेंद को जमीन पर मारने जैसा था। हम उसी ताकत से वापस लौटेंगे।
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बंदी ने ये पत्र तेलंगाना भाजपा प्रमुख के भाई बंदी श्रवण कुमार के माध्यम से जारी किया गया, जिन्होंने दिन में करीमनगर जेल में उनसे मुलाकात की। बंदी संजय ने कहा कि बीआरएस सरकार ने उनके खिलाफ केवल इसलिए झूठे मामले दर्ज किए क्योंकि उन्होंने 30 लाख बेरोजगार युवाओं की ओर से आवाज बुलंद किया था, जो तेलंगाना राज्य लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित भर्ती परीक्षाओं के प्रश्नपत्रों के लीक होने के कारण पीड़ित थे। मैंने केसीआर के बेटे के टी रामा राव, जो राज्य के आईटी मंत्री की हैसियत से इसकी जिम्मेदारी संभाल रहे की विफलता को उजागर किया था।
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उन्होंने अपने पत्र में कहा कि मैं मुकदमों, गिरफ्तारियों और कारावासों का सामना करने के लिए नया नहीं हूं। लोगों की खातिर मैं कितनी भी बार जेल जाने को तैयार हूं। मुझे केवल 30 लाख बेरोजगार युवाओं के भविष्य की चिंता है। जहां उनके परिवार के सदस्यों, पार्टी नेताओं और सहयोगियों को महत्वपूर्ण पद मिल रहे हैं, वहीं तेलंगाना के गठन के लिए संघर्ष करने वाले बेरोजगार युवाओं को नौकरी पाने के उनके वैध अधिकार से वंचित किया जा रहा है।