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पालघर लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र महाराष्ट्र के 48 लोकसभा क्षेत्र में से एक है। जहां हाल ही में संपन्न हुए 2024 के लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के हेमंत हेमंत सावरा ने शिवसेना के राजेंद्र गावित से यह सीट छीनी है। 12 जुलाई 2002 को गठित परिसीमन आयोग की सिफारिशों के बाद यह निर्वाचन क्षेत्र 19 फरवरी 2008 को अस्तित्व में आया। 2009 में यहां पर पहली बार संसदीय चुनाव लड़ा गया। यह नवनिर्मित पालघर जिले का मुख्यालय भी है। प्रदेश की राजधानी मुंबई से यह क्षेत्र करीब 115 किलोमीटर दूर है, जबकि राष्ट्रीय राजधानी नई दिल्ली से 1351 किलोमीटर दूर है।
पालघर लोक सभा क्षेत्र पूरी तरह से पालघर जिले के अंतर्गत ही आता है। जो दहानु, विक्रमगढ़, पालघर, बोईसर, नालासोपारा और वसई विधानसभा क्षेत्रों से मिलकर बना है। आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र होने के कारण इसकी चार विधानसभा सीट अनुसूचित जनजाति वर्ग के लिए आरक्षित हैं। 2019 के चुनाव में तीन सीट बहुजन विकास अघाड़ी के खाते में गई थीं। तो वहीं, सीपीआई, एनसीपी और शिवसेना को एक-एक सीट पर जीत हासिल हुई थी। सीपीआई के देश में कुछ गिने-चुने गढ़ों में से दहानु विधानसभा क्षेत्र भी एक है। जो अनुसूचित जनजाति वर्ग के लिए आरक्षित है। इस क्षेत्र से मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के विनोद निकोले विधायक हैं। इससे पहले यह सीट भारतीय जनता पार्टी के पास्कल धनारे चुनाव जीतने में सफल रहे थे।
महाराष्ट्र में 2008 के परिसीमन के बाद अस्तित्व में आया विक्रमगढ़ विधानसभा क्षेत्र पूरी तरह से पालघर जिले के अंतर्गत ही आता है। यह क्षेत्र भी अनुसूचित जनजाति वर्ग के लिए आरक्षित है। जहां से अजित पवार के गुट वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के
सुनील भुसारा वर्तमान में विधायक हैं। उनके पहले यहां से बीजेपी लगातार दो बार चुनाव जीत चुकी है। इस लोकसभा क्षेत्र की पालघर विधानसभा सीट के मतदाताओं ने शिवसेना पर अपनी विशेष कृपा लगातार बनाकर रखी हुई है। पालघर विधानसभा क्षेत्र में शिवसेना 1990 के बाद से सिर्फ एक बार ही चुनाव हारी है। जहां 2009 में उसे कांग्रेस के राजेंद्र गवित ने मात दी थी। वर्तमान में इस सीट से पार्टी के नेता श्रीनिवास बंगा विधायक हैं।
बहुजन विकास अघाड़ी का पालघर लोकसभा क्षेत्र की बोईसर विधानसभा सीट पर लगातार 15 साल से जीत का परचम लहरा रहा है। इस क्षेत्र में पहली बार 2009 के चुनाव में मतदान हुआ था। जिसके बाद से बहुजन विकास अघाड़ी के अलावा दूसरी कोई पार्टी जीतने में नाकाम ही रही है। राजेश पाटिल फिलहाल इस क्षेत्र से विधायक हैं। महाराष्ट्र विधानसभा में 132 नंबर से जाने जानी वाली नालासोपारा विधानसभा सीट भी 2008 के परिसीमन के बाद से ही अस्तित्व में आई है। जहां से बहुजन विकास अघाड़ी के क्षितिज ठाकुर लगातार तीन बार से विधायक चुने जा रहे हैं। पालघर लोक सभा क्षेत्र की वसई विधानसभा सीट भी बहुजन विकास अघाड़ी के सबसे प्रभावशाली क्षेत्रों में से एक है। जहां वर्तमान में पार्टी के नेता हितेंद्र ठाकुर विधायक हैं। विधायक ठाकुर इससे पहले भी 1990 से लेकर 2009 तक इस क्षेत्र का राज्य की विधानसभा में प्रतिनिधित्व कर चुके हैं।