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Lok Sabha Elections में हैट्रिक लगाने की तैयारी में जुटी भाजपा, दक्षिण के 60 सीटों पर फोकस, बनाई खास रणनीति

2024 चुनाव में भले ही अभी भी 1 साल से ज्यादा का वक्त है। लेकिन भाजपा इस की तैयारी में जुट गई है। लगातार तीसरी बार लोकसभा का चुनाव जीतने के उद्देश्य से भाजपा ने दक्षिण भारत के राज्यों पर फोकस किया हुआ है। भाजपा दक्षिण भारत की 60 लोकसभा सीटों के लिए रणनीति बना चुकी है। इसको अब जमीन पर उतारने की कोशिश भी की जा रही है। मिशन दक्षिण की शुरुआत भाजपा तेलंगाना से करेगी। तेलंगाना में इसी साल विधानसभा के चुनाव होने हैं। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा 7 जनवरी को तेलंगाना के सभी 119 विधानसभा सीटों पर बूथ स्तर के कार्यकर्ताओं से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बात करेंगे। भाजपा तेलंगाना की 90 विधानसभा सीटों पर पूरी तरीके से फोकस कर रही है। 
 

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तेलंगाना के जरिए लोकसभा सीटों के लिए रणनीति बनाई जा रही है। केरल में 20, आंध्र प्रदेश में 25, तमिलनाडु में 39, तेलंगाना में 17 और कर्नाटक में 28 लोकसभा की सीटें हैं। इनमें से 60 सीटों पर भाजपा पूरी तरीके से फोकस कर रही है। हाल में ही भाजपा की ओर से एक बड़ी बैठक भी की गई है। इस बैठक में भाजपा के संगठन महामंत्री बीएल संतोष के अलावा सुनील बंसल, तरुण चुघ और विनोद तावड़े ने हिस्सा लिया है। वर्तमान में देखें तो कर्नाटक को छोड़ दें तो बाकी के राज्यों में भाजपा की पकड़ मजबूत नहीं है। ऐसे में 2024 में इन राज्यों में भाजपा को अच्छे प्रदर्शन के लिए जमीनी स्तर पर मजबूती से काम करने की जरूरत है। सूत्रों के मुताबिक भाजपा यह मानकर चल रही है कि अगर 2024 में उसे 300 से ज्यादा सीटों पर जीत हासिल करनी है तो दक्षिण के लिए एक सुनियोजित योजना तैयार करना होगा। 
 

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भाजपा की ओर से दो नेताओं को इसकी जिम्मेदारी भी दी गई है। सुनील बंसल और तरुण चुघ दक्षिण भारत के राज्यों पर पार्टी का ध्यान केंद्रित रखेंगे। भाजपा दक्षिण भारत के राज्यों को डबल इंजन के विकास कार्य को दिखाने के लिए वाराणसी बुला रही है। कुछ लोगों को गुजरात पर भेजा जा रहा है। हाल में ही वाराणसी में काशी तमिल संगमम का कार्यक्रम हुआ था। माना जा रहा है कि इस कार्यक्रम के जरिए भाजपा ने तमिलों को साधने की कोशिश की है। 

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