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Himachal Pradesh: भाजपा ने राज्यपाल को सौंपा ज्ञापन, चंबा में हुई हत्या की जांच एनआईए से कराने की मांग

शिमला। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की हिमाचल प्रदेश इकाई ने सोमवार को राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल को एक ज्ञापन सौंपा और इस महीने के शुरू में चंबा में हुई एक व्यक्ति की हत्या की जांच राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) से कराने की मांग की।
राज्य में विपक्षी भाजपा ने मनोहर लाल की हत्या के मामले की सुनवाई फास्ट ट्रैक अदालत में कराने की भी मांग की। मनोहर लाल का शव चंबा जिले के सलूणी उपमंडल की भांदल पंचायत में आठ जून को एक नाले से मिला था। शव के आठ टुकड़े कर दिए गए थे और लापता होने के दो दिन बाद वह मिला था।

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मामले के मुख्य आरोपी की पहचान मुसाफिर हुसैन के तौर पर की गई है। हुसैन उस लड़की का रिश्तेदार है जिसके मनोहर लाल के साथ कथित तौर पर प्रेम संबंध थे।
विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष राजीव बिंदल के नेतृत्व में गए भाजपा के प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि जिस तरह से मनोहर लाल की हत्या की गई है वह स्तब्धकारी है।
भाजपा नेताओं ने कहा, ‘‘मनोहर की हत्या सामान्य मामला नहीं है क्योंकि उसके शव को आठ टुकड़ों में काटकर जूट की बोरी में भरा गया। छह जून 2023 को लापता होने के दो दिन बाद मनोहर लाल का शव आठ जून को चंबा जिले के सलूणी उपमंडल में नाले से मिला था और यह स्तब्ध करने वाली घटना है।’’

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उन्होंने आरोपी पर सरकारी जमीन पर कथित तौर पर कब्जा करने और अवैध संपत्ति जमा करने का संदेह जताया।
भाजपा ने अपने ज्ञापन में कहा कि चारागाहों से घास काटने के लिए जारी परमिट का सत्यापन किया जाए और नए सिरे से परमिट जारी किए जाएं।
भाजपा नेताओं ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में कारोबार के लिए घूम रहे एक खास समुदाय के लोगों की पृष्ठभूमि की गहनता से जांच की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि ऐसी खबरें हैं कि बांग्लादेशी और रोहिंग्या राज्य के विभिन्न हिस्सों में बस रहे हैं।
पुलिस ने इस मामले में एक दंपति सहित तीन लोगों को गिरफ्तार किया है।
भीड़ ने 15 जून को हत्या के एक आरोपी के घर को आग के हवाले कर दिया था जिसके बाद अधिकारियों को निषेधाज्ञा लागू करनी पड़ी।
यह हत्याकांड एक राजनीतिक मुद्दा बन गया है और भाजपा कांग्रेस सरकार पर इस मामले में जड़ रवैया अपनाने का आरोप लगा रही है।

कांग्रेस सरकार का कहना है कि भाजपा के प्रदर्शन का कोई औचित्य नहीं है क्योंकि सभी आरोपी पकड़े जा चुके हैं और वे हिरासत में हैं।
भाजपा ने अपने ज्ञापन में सरकार को राज्य में विभिन्न आपराधिक मामलों में ‘निष्क्रिय’ रुख अपनाने को लेकर आड़े हाथ लिया।
पार्टी ने राजभवन के सामने भी प्रदर्शन किया।
भाजपा के प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि अबतक कोई मंत्री मनोहर लाल के परिवार से मिलने नहीं गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य सरकार ने उन्हें पीड़ित के परिवार से मिलने से रोक दिया।

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