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राज्यपाल के पहले ‘दिगभ्रमित’ संबोधन के बीच BJP का बर्हिगमन; Trinamool का पलटवार

पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सी. वी. आनंद बोस ने भाजपा विधायकों के बर्हिगमन और विरोध प्रदर्शन के बीच बुधवार को राज्य विधानसभा में अपना पहला अभिभाषण दिया। भाजपा ने इसे तृणमूल कांग्रेस द्वारा ‘दिगभ्रमित’ बताया और कहा कि उन्हें अन्य राज्यपालों के नक्शे कदम पर चलना चाहिए।
भाजपा विधायकों ने ममता बनर्जी नीत ‘भ्रष्ट’ सरकार के खिलाफ नारेबाजी की और आरोप लगाया कि उसके द्वारा तैयार किए गए राज्यपाल के भाषण का ‘‘वास्तविकता से कोई लेना-देना नहीं है।’’

वहीं, भाजपा पर विधानसभा की कार्यवाही बाधित करने का आरोप लगाते हुए तृणमूल कांग्रेस ने कहा कि राज्यपाल प्रक्रिया के तहत आचरण कर रहे हैं।
गौरतलब है कि ममता बनर्जी नीत राज्य सरकार और मौजूदा राज्यपाल बोस के बीच आत्मीय संबंध हैं, जबकि उनके पूर्ववर्ती जगदीप धनखड़ के साथ तृणमूल सरकार का संबंध हमेशा ठंडा सा रहता था। यहां तक कि तृणमूल सरकार ने उन्हें ‘भाजपा का एजेंट’ करार दिया था।
राज्सयपाल बोस ने अपने पहले अभिभाषण में केंद्र सरकार से गरीबों के फायदे के लिए राज्य को धनराशि जारी करने का बुधवार को आग्रह किया।

उल्लेखनीय है कि राज्य की ममता बनर्जी सरकार और सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) केंद्र पर राज्य को धनराशि जारी नहीं करने का आरोप लगाती रही है।
राज्यपाल ने विधानसभा में अपने अभिभाषण में कहा, ‘‘ऐसे तीन क्षेत्र हैं जहां राज्य बेहतर कर सकता था- महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (मनरेगा), ग्रामीण आवास और ग्रामीण सड़कें। वर्ष 2021-22 तक पश्चिम बंगाल इन क्षेत्रों में पहले स्थान पर रहा, लेकिन इस साल राज्य को अभी तक केंद्र से धनराशि नहीं मिली है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘मुझे उम्मीद है कि केंद्र सरकार जल्द ही गरीब लोगों के हित में धनराशि जारी करेगी। मुझे इस बात की भी उम्मीद है कि केंद्र सरकार से बकाया राशि मिलते ही पश्चिम बंगाल मनरेगा, ग्रामीण आवास और ग्रामीण सड़कों के मामले में पहले स्थान पर बना रहेगा।’’
तीर्थयात्रियों को सर्वोत्तम संभव सुविधाएं प्रदान करने के लिए राज्य सरकार द्वारा पिछले दशक में की गई पहल की सराहना करते हुए, राज्यपाल ने कहा कि सरकार की कई बेहद लोकप्रिय जन-समर्थक नीतियां हैं।

उन्होंने यह दावा करते हुए कि राज्य सरकार सहकारी संघवाद के महत्वपूर्ण सिद्धांतों को बनाये रखने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि टीएमसी सरकार राज्य के धर्मनिरपेक्ष ताने-बाने को नुकसान पहुंचाये जाने के संभावित प्रयासों को रोकने के लिए प्रतिबद्ध है।
उन्होंने कहा, ‘‘विधानसभा सदस्यों को आश्वस्त किया जा सकता है कि मेरी सरकार विभाजनकारी, नफरत फैलाने वाली और असहिष्णुता पैदा करने वाली सभी विरोधी ताकतों से सख्ती से निपटेगी।’’

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की प्रशंसा करते हुए, राज्यपाल ने कहा कि यह उनके द्वारा लगातार किये जा रहे प्रयासों का परिणाम है कि कोलकाता की दुर्गा पूजा को यूनेस्को की 2021 की ‘‘मानवता की अमूर्त सांस्कृतिक विरासत’’ की सूची में शामिल किया गया है।
औद्योगिक क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार की पहल के बारे मेंराज्यपाल ने कहा कि ‘ताजपुर डीप सी पोर्ट’ के विकास से 15,000 करोड़ रुपये का निवेश होने की उम्मीद है।

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