कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने शनिवार को कहा कि राज्य का बजट 17 फरवरी को पेश किए जाने की संभावना है और यह बजट ‘‘जन हितैषी’’ होगा।
बोम्मई ने राज्य में सरकार की ओर से लागू की जा रही योजनाओं का उल्लेख करते हुए कहा कि आगामी बजट उन कार्यक्रमों पर ध्यान केंद्रित करेगा, जो कामकाजी वर्गों, महिलाओं और युवाओं के हित में होगा।
मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई के पास ही राज्य के वित्त विभाग की जिम्मेदारी भी है और वही बजट प्रस्तुत करेंगे।
आगामी बजट राज्य में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) के लिए बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है, क्योंकि मई में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले यह आखिरी बजट होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘ मंत्रिमंडल की अगली बैठक में हम कर्नाटक विधानमंडल के संयुक्त सत्र और बजट सत्र की तारीखों पर फैसला करेंगे। 17 फरवरी को बजट पेश किये जाने की संभावना है। इसके लिए सभी तैयारियां शुरू हो चुकी हैं। ’’
उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा कि दिसंबर में समाप्त हुई तिमाही के लिए राज्य का राजस्व संग्रह लक्ष्य को पार कर गया है।
बोम्मई ने वित्तीय वर्ष की अंतिम तिमाही के लक्ष्यों के संबंध में निर्देश दिए हैं।
बसवराज बोम्मई ने कहा, ‘‘ इस पृष्ठभूमि में मैंने इस बार जनहितैषी बजट प्रस्तुत करने का फैसला किया है। हम जनकल्याणकारी योजनाओं पर ज्यादा जोर देने के बारे में सोच रहे हैं। कामकाजी वर्ग, महिलाओं, युवाओं, समाज के कमजोर या निचले वर्गों, किसानों, मजदूरों आदि सभी को अधिक लाभ दिया जाना चाहिए। ’’
बोम्मई ने स्वामी विवेकानंद युवशक्ति योजना का उल्लेख करते हुए कहा, ‘‘ यह उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के लिए उत्पादन से लेकर बाजार समर्थन तक शुरू से अंत तक का दृष्टिकोण होगा, ताकि वे कर्नाटक के विकास में योगदान दे सकें। ’’
स्वामी विवेकानंद युवशक्ति योजना के तहत पांच लाख लोगों को स्वरोजगार के लिए एक लाख रुपये की सब्सिडी दी जाएगी।
उन्होंने कहा कि स्त्री सामर्थ्य योजना भी इसी महीने शुरू की जाएगी, जिसका उद्देश्य पांच लाख महिलाओं को स्वरोजगार के लिए सशक्त बनाना है।
बोम्मई ने कहा, ‘‘ स्त्री सामर्थ्य योजना के तहत हर गांव में दो स्त्री शक्ति समूहों को पांच लाख रुपये तक की परियोजनाएं दी जाएंगी और उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के लिए बाजार तक पहुंच प्रदान की जाएगी। इसके लिए पहले ही आदेश जारी हो चुका है और जल्द ही इसे लागू कर दिया जाएगा। ’’
एक सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री ने कहा कि जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आ रहे हैं, यह चुनावी बजट होगा।
उन्होंने कहा,‘‘ यह जनहितैषी बजट होगा। असम और गुजरात में लागू किए गए कई कार्यक्रमों को लेकर मेरे दिमाग में योजना है, लेकिन उनकी घोषणा करना उन्हें जमीन पर लागू करने से बिल्कुल अलग है। उन्हें देखना होगा। ’’
बोम्मई ने कहा कि महिलाओं के नेतृत्व वाले परिवारों के लिए एक विशेष कार्यक्रम की योजना बनाई जा रही है ताकि महिलाओं को अपना घर चलाने और अपनी जरुरतों को पूरा करने में मदद मिल सके।
उन्होंने कहा, ‘‘ यह केवल महिलाओं के लिए होगा। महिलाओं को उनकी जरूरतों और परिवार चलाने के खर्च के आधार पर घरेलू वित्तीय सहायता दी जाएगी। यह 1,000, 2,000 या 3,000 रुपये हो सकती है। इस कार्यक्रम की योजना और घोषणा जल्द ही की जाएगी।’’
सत्ता में आने पर राज्य में एक महीने में 200 यूनिट मुफ्त बिजली देने के कांग्रेस के वादे पर निशाना साधते हुए, बोम्मई ने कांग्रेस पर राज्य में बिजली आपूर्ति कंपनियों को कर्ज के बोझ से पतन के कगार पर धकेलने का आरोप लगाया।
भाजपा नेता ने कहा, ‘‘ हमारी सरकार ने बिजली आपूर्ति कंपनियों को जीवित रखने के लिए बिजली क्षेत्र में लगभग 21,000 करोड़ रुपये निवेश कर इसे पुनर्जीवित किया। अब, हारने के डर से कांग्रेस के नेता इस तरह की घोषणा कर रहे हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘वे (कांग्रेस) सत्ता में नहीं आएंगे, वे ऐसा नहीं कर सकते। इसलिए वे इस तरह के वादे कर रहे हैं।