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पार्टी के लिए 30 साल सेवा का BR Srinivas Verma को मिला मेवा, एनडीए की कैबिनेट में मिली जगह

आंध्र प्रदेश की नरसापुरम लोकसभा सीट से संसद भवन में पहुँचे भूपतिराजू श्रीनिवास वर्मा को मोदी 3.0 में जगह दी गई है। सरकार में वे भारी उद्योग और स्टील मंत्रालय बतौर राज्यमंत्री संभालेंगे। भूपति राजू श्रीनिवास वर्मा की उम्र 56 वर्ष है। शिक्षा रिकॉर्ड के अनुसार स्नातकोत्तर की डिग्री है। भूपति राजू श्रीनिवास वर्मा के खिलाफ कोई अपराधिक मामला दर्ज नहीं है। आर्थिक रूप से भूपति राजू श्रीनिवास वर्मा के पास कुल संपत्ति या शुद्ध संपत्ति 7.2 करोड़ रुपये है, जिसमें 1.5 करोड़ रुपये की चल संपत्ति और 5.7 करोड़ रुपये की अचल संपत्ति शामिल है। उन पर 1.7 करोड़ रुपये की देनदारियां हैं। पेशेवर रूप से भूपति राजू श्रीनिवास वर्मा बिजनेस में लगे हुए हैं। भूपति राजू श्रीनिवास वर्मा ने अपनी संपत्ति के बारे में चुनाव आयोग दिए गए हलफनामे में की है। 
1999 और 2014 के चुनाव में भूपति राजू ने बीजेपी कैंडिडेट को जिताने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। 2024 में भारतीय जनता पार्टी ने आंध्र प्रदेश में टीडीपी-जनसेना के साथ गठबंधन किया और उन्हें राज्य में 6 सीटें मिली। इस चुनाव में बीजेपी को 3 सीटों पर जीत मिली, उसमें नरसापुरम भी शामिल है। भूपति राजू श्रीनिवास वर्मा को 7 लाख 7 हजार वोट मिले, जबकि उनके निकटतम प्रतिद्वंद्वी गुडुरी उमाबाला को 4,30,541 वोट मिले। चुनाव में बंपर जीत के बाद भूपति राजू पहली बार संसद पहुंचे। इससे पहले उनकी राजनीतिक अनुभव ईस्ट गोदावरी में पार्षद का रहा है। अब वह मोदी सरकार के राज्यमंत्री हैं। 
चुनाव आयोग के हलफनामे के अनुसार, 56 साल के भूपति राजू श्रीनिवास वर्मा राजनेता के अलावा बिजनेसमैन भी हैं और उनके पास 7.2 करोड़ रुपये की संपत्ति है। उनकी पत्नी वेंकटेश्वरम्मा के बैंक अकाउंट में 4,93,680 रुपये हैं। राजनीति में कब किस्मत चमक जाए, यह बताना मुश्किल है। चुनावों में बड़े राजनीतिक दल के कार्यकर्ता ग्राउंड पर पार्टी कैंडिडेट के लिए संघर्ष करते नजर आते हैं। नरसापुर लोकसभा सीट से जीतने वाले भूपति राजू श्रीनिवास वर्मा बीजेपी ऐसे ही वर्कर रहे, जो अब केंद्र की मोदी सरकार 3.0 में केंद्रीय राज्य मंत्री हैं। 
इस चुनाव में उन्हें पार्टी ने 30 साल बाद टिकट दिया। पहले नरसापुर लोकसभा सीट से पूर्व सांसद एक्टर यू कृष्णम राजू की पत्नी श्यामला देवी के नाम पर चर्चा रही। अंतिम समय में पार्टी आलाकमान ने भूपति राजू श्रीनिवास वर्मा को अपना कैंडिडेट बनाया। भीमावरम के रने वाले भूपति एस. वर्मा छात्र राजनीति एआईएसएफ से शुरु की, मगर बाद में भारतीय जनता पार्टी से जुड़ गए। उस दौर में आंध्र प्रदेश में पार्टी का जनाधार अंगुलियों पर गिना जा सकता था। उन्होंने वेस्ट गोदावरी इलाके में पोलिंग एजेंट के तौर पर काम किया। फिर भाजयुमो के जिलाध्यक्ष और सचिव बने। अपनी मेहनत के कारण वह संगठन में आगे बढ़ते रहे। 10 साल तक जिलाध्यक्ष रहने के बाद बीजेपी के स्टेट सेक्रेटरी बने। उन्हें राष्ट्रीय कार्यसमिति में भी जगह मिली, मगर चुनाव में टिकट नहीं मिला।

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