तृणमूल कांग्रेस सांसद महुआ मोइत्रा ने मंगलवार को भारतीय जनता पार्टी के सांसद निशिकांत दुबे, सुप्रीम कोर्ट के वकील जय अनंत देहाद्राई और कई मीडिया संगठनों के खिलाफ दिल्ली उच्च न्यायालय में मानहानि का मुकदमा दायर किया। निशिकांत दुबे और देहाद्राई ने आरोप लगाया था कि सांसद ने लोकसभा में सवाल पूछने के लिए ”रिश्वत” ली थी। याचिका आज न्यायमूर्ति सचिन दत्ता की पीठ के समक्ष सूचीबद्ध थी। कोर्ट ने कहा कि अब वह इस मामले की सुनवाई शुक्रवार को करेगी। जय अनंत देहाद्राई को महुआ मोइत्रा का पूर्व साथी कहा जाता है।
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कथित तौर पर वकील अपने पालतू कुत्ते की कस्टडी को लेकर टीएमसी सांसद के साथ कड़वे झगड़े में हैं। टीएमसी सांसद ने कथित आपराधिक अतिक्रमण, चोरी, अश्लील संदेश और दुर्व्यवहार के लिए पिछले छह महीनों में देहाद्राई के खिलाफ कई पुलिस शिकायतें दर्ज की थीं। निशिकांत दुबे, जिन्होंने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को पत्र लिखकर मोइत्रा पर संसद में प्रश्न पूछने के लिए व्यवसायी दर्शन हीरानंदानी से नकदी और ‘उपहार’ के रूप में ‘रिश्वत’ लेने का आरोप लगाया था, ने केंद्रीय सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव को भी लिखा है। उनसे सदन के लिए उनके लॉग-इन क्रेडेंशियल के आईपी पते की जांच करने का आग्रह किया गया।
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अध्यक्ष ओम बिरला ने तृणमूल कांग्रेस की लोकसभा सदस्य महुआ मोइत्रा के खिलाफसवाल पूछने के बदले ‘रिश्वत लेने’ संबंधी भारतीय जनता पार्टी के सांसद निशिकांत दुबे द्वारा की गई शिकायत को निचले सदन की आचार समिति के पास भेज दिया है। सूत्रों ने यह जानकारी दी है। दुबे ने रविवार को लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को पत्र लिखकर मोइत्रा पर संसद में सवाल पूछने के लिए एक उद्योगपति से ‘‘रिश्वत’’ लेने का आरोप लगाया था। महुआ ने आरोपों को आधारहीन बताया है और बिरला से आग्रह किया है कि उनके खिलाफ लगे आरोपों की जांच के लिए समिति गठित करें।