तेलंगाना में सत्तारूढ़ भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) के विधायक पायलट रोहित रेड्डी लगातार दूसरे दिन मंगलवार को यहां प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के समक्ष पेश हुए।
रेड्डी पार्टी विधायकों की कथित खरीद-फरोख्त के प्रयास से संबंधित मामले में शिकायतकर्ता हैं।
तंडूर के विधायक आज अपराह्न अयप्पा दीक्षा के तहत अनुष्ठान पूरा करने के बाद ईडी कार्यालय पहुंचे। उन्हें आज सुबह 10.30 बजे पेश होने को कहा गया था।
ईडी ने पिछले हफ्ते तंडूर के विधायक को 19 दिसंबर को पेश होने के लिए नोटिस दिया था और तदनुसार वह सोमवार को उनके सामने पेश हुए थे और उन्हें फिर से आज ईडी के सामने पेश होने के लिए कहा गया था।
उन्होंने सोमवार को कहा था कि ईडी के अधिकारियों ने उनका ब्योरा और जीवन-वृत्त मांगा था, लेकिन अधिकारियों ने यह नहीं बताया कि उन्हें (रेड्डी को) समन क्यों जारी किया गया।
उन्होंने दावा किया कि अधिकारियों ने उनके पूछने के बावजूद उन्हें समन किये जाने का कारण नहीं बताया।
उन्होंने कहा कि कानून का पालन करने वाले नागरिक के तौर पर वह केंद्रीय एजेंसी के सामने पेश हुए और उनके सवालों का जवाब दिया।
रोहित रेड्डी द्वारा 26 अक्टूबर को शिकायत दर्ज कराने के बाद मामले (बीआरएस विधायकों की कथित खरीद-फरोख्त का प्रयास) में तीन व्यक्तियों- रामचंद्र भारती उर्फ सतीश शर्मा, नंदू कुमार और सिम्हाजी स्वामी- को आरोपी के रूप में नामजद किया गया।
तीनों को गिरफ्तार कर लिया गया था और बाद में उच्च न्यायालय ने जमानत दे दी थी।
प्राथमिकी की प्रति के अनुसार, रोहित रेड्डी ने आरोप लगाया कि आरोपियों ने उन्हें 100 करोड़ रुपये की पेशकश की थी और बदले में विधायक को टीआरएस (अब बीआरएस) छोड़ने और अगले विधानसभा चुनाव में भाजपा उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ने को कहा था।
तेलंगाना सरकार ने विधायकों की खरीद-फरोख्त के कथित प्रयास की जांच के लिए नौ नवंबर को सात-सदस्यीय विशेष जांच दल (एसआईटी) के गठन का आदेश दिया था।