वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण बजट 2023 को संसद में पेश कर रही है। मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का अंतिम बजट काफी अहम है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि ये अमृतकाल का बजट है। सभी के सामने देश का आर्थिक लेखाजोखा आना शुरू हो रहा है।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि कोरोना के दौरान भारत ने कई परेशानियों का सामना किया है। इस दौरान भारत सरकार ने खाद्य व पोषण सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए भी काम किया है। भारत सरकार ने कोरोना काल में 80 करोड़ लोगों को मुफ्त राशन दिया है। भारत में सबका विकास के कार्यक्रम से देश भर में विकास हुआ है। इससे हमें मुश्किल वक्त में अच्छा करने की मजबूती मिली है। जलवायु संबंधित लक्ष्यों को पाना उदाहरण है। भारत सरकार ने खाद्य व पोषण सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए भी काम किया है। सरकार ने 2 लाख करोड़ रुपए खर्च कर खाद्यान सुनिश्चित किया है।
उन्होंने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था को दुनिया चमकता हुआ सितारा मानती है। भारत की अर्थव्यवस्था आने वाले समय में 7 फीसदी की दर से ग्रोथ हासिल कर सकती है। विश्व भर में ये विकास दर सबसे अधिक है। वर्तमान में भी भारत में मौजूदा ग्रोथ का अनुमान 7 प्रतिशत के आसपास है।
अगले 25 वर्षों का है ब्लूप्रिंट
उन्होंने कहा कि ये बजट काफी चैलेंजिंग समय में पेश हो रहा है। भारत के अगले 25 वर्षों का ब्लू प्रिंट इस बजट के जरिए पेश हो रहा है। कोविड वैक्सीनेशन ड्राइव के जरिए भी देश ने नए मुकाम हासिल किए है। कोविड वैक्सीनेशन ड्राइव ने दुनिया भर में भारत की ताकत को पेश करने और पहचानने का मौका दिया है।
बजट पेश करते हुए उन्होंने कहा कि सरकार का जोर है कि देश भर में रोजगार के अवसरों को बढ़ाया जा सके। वर्तमान में वित्त वर्ष में जीडीपी दर 7 फीसदी के आस पास रह सकती है। भारत में जी20 की अध्यक्षता की जा रही है, जो पूरे देश के लिए बड़ा और गौरवपूर्ण अवसर है। जी20 की अध्यक्षता भारत की ताकत को दिखाती है।