मुंबई उत्तर-मध्य लोकसभा क्षेत्र महाराष्ट्र के 48 संसदीय क्षेत्रों में से एक है। जहां हाल ही में संपन्न हुए लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने 10 साल बाद वापसी करते हुए जीत हासिल की है। पार्टी की नेता वर्षा गायकवाड फिलहाल इस लोकसभा क्षेत्र से सांसद हैं। यह लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र देश के लिए 1952 में हुए पहले संसदीय चुनाव में ही अस्तित्व में आ गया था। यह महाराष्ट्र की राजधानी भी है। इस संसदीय क्षेत्र की विधानसभा क्षेत्र कुला में मुंबई का चर्चित रेलवे स्टेशन है, जिसका नाम कुर्ला स्टेशन है। कुर्ला मुंबई का एक उपनगर है। सबसे बड़े बंदरगाह के कारण मुंबई को भारत का प्रवेशद्वार कहा जाता है।
महाराष्ट्र का यह लोकसभा क्षेत्र पूरी तरह से मुंबई सब अर्बन जिले के अंतर्गत ही आता है। जिसमें विले परले, चाँदीवली, कुर्ला, कालिना, बांद्रा पूरब और बांद्रा पश्चिम विधानसभा क्षेत्र शामिल हैं। 2019 में हुए चुनाव में तीन सीट पर शिवसेना जीत हासिल करने में सफल रही थी। इसके अलावा दो सीट भारतीय जनता पार्टी और एक कांग्रेस के खाते में गई थी। महाराष्ट्र राज्य के गठन के साथ ही अस्तित्व में आए विले परले विधानसभा क्षेत्र पर भारतीय जनता पार्टी ने 2014 के चुनाव में कांग्रेस के 10 साल के राज को खत्म करके जीत दर्ज की थी। वर्तमान में यहां से पार्टी के नेता पराग अलवानी विधायक हैं। उनके पहले कांग्रेस के कृष्ण हेगडे भी इस क्षेत्र की बतौर विधायक सेवा कर चुके हैं।
राज्य में 2008 में हुए परिसीमन के बाद मुंबई उत्तर-मध्य लोकसभा क्षेत्र के चांदीवली विधानसभा सीट पर पहली बार चुनाव हुए थे। जिसके बाद कांग्रेस के नसीम खान ने यहां लगातार दो चुनाव में जीत हासिल की थी। हालांकि, 2019 के चुनाव में उन्हें एकनाथ शिंदे के गुट वाली शिवसेना के दिलीप लांडे के हाथों शिकस्त का सामना करना पड़ा था। इस लोकसभा क्षेत्र की कुर्ला विधानसभा सीट एकमात्र आरक्षित सीट है। जो अनुसूचित जाति वर्ग के लिए आरक्षित है। जहां शिवसेना (एकनाथ शिंदे) का पिछले 10 साल से लगातार कब्जा है। पार्टी के नेता मंगेश कुडालकर इस क्षेत्र की जनता की आवाज फिलहाल राज्य की विधानसभा में पहुंच रहे हैं। उनके पहले यह सीट एनसीपी के पास भी 5 साल तक रही थी।
महाराष्ट्र की विधानसभा में 175 नंबर से जाने जानी वाली कालिना विधानसभा सीट के मतदाताओं ने अब तक निर्वाचन क्षेत्र बनाए जाने के बाद से सिर्फ कांग्रेस और शिवसेना पर ही भरोसा जताया है। वर्तमान में उद्धव ठाकरे के गुट वाली पार्टी के संजय पोटनिस इस क्षेत्र से पिछले दो चुनाव से लगातार विधायक बने हुए हैं। इस लोकसभा क्षेत्र की बांद्रा पूरब विधानसभा सीट पर 2019 में हुए चुनाव में कांग्रेस ने शिवसेना के पिछले 10 साल के शासन को खत्म करते हुए जीत दर्ज की थी। इस विधानसभा सीट पर सर्वप्रथम 2009 के चुनाव में मतदान हुआ था। जिसमें शिवसेना के प्रकाश सावंत विजेता बने थे। हालांकि, 2015 में उनका निधन हो गया था। जिसके बाद पार्टी ने उनकी बेटी तृप्ति सावंत को उम्मीदवार बनाया था। वर्तमान में कांग्रेस के जीशान सिद्दीकी विधायक इस क्षेत्र की जनता की सेवा कर रहे हैं। मुंबई उत्तर-मध्य लोकसभा क्षेत्र की बांद्रा पश्चिम सीट के मतदाताओं ने अब तक शिवसेना और एनसीपी पर कभी भी भरोसा नहीं जताया है। वर्तमान में भारतीय जनता पार्टी के आशीष शेलार यहां से लगातार 10 साल से विधायक हैं। उनके पहले कांग्रेस के बाबा सिद्दीकी भी इस क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं।