कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने गुरुवार को लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला पर निशाना साधते हुए सवाल किया कि क्या संसद में “जय संविधान” का नारा लगाने की अनुमति है, साथ ही उन्होंने आरोप लगाया कि सत्ता में बैठे लोगों को असंसदीय नारे लगाने से नहीं रोका गया। उनका बयान तिरुवनंतपुरम से कांग्रेस सांसद शशि थरूर के 18वीं लोकसभा के सदस्य के रूप में शपथ लेने के बाद आया। थरूर ने संविधान की प्रति हाथ में लेकर अंग्रेजी में शपथ ली और समापन “जय हिंद, जय संविधान” के साथ किया।
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विपक्षी सदस्यों ने थरूर के “जय संविधान” के नारे को दोहराया, जिससे अध्यक्ष को उन्हें याद दिलाने के लिए प्रेरित किया गया कि वे पहले से ही संविधान पर अपनी शपथ ले रहे हैं। हरियाणा से कांग्रेस सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने दलील दी कि स्पीकर को आपत्ति नहीं जतानी चाहिए थी। स्पीकर ने पलटवार करते हुए कहा, ‘किस पर आपत्ति करनी है और किस पर नहीं, इस पर सलाह न दें। बैठ जाओ।” इस पर प्रतिक्रिया देते हुए प्रियंका गांधी ने एक्स पर पोस्ट किया कि क्या भारत की संसद में ‘जय संविधान’ नहीं बोला जा सकता? संसद में सत्ता पक्ष के लोगों को असंसदीय और असंवैधानिक नारे लगाने से नहीं रोका गया, लेकिन विपक्षी सांसद के ‘जय संविधान’ बोलने पर आपत्ति जताई गई।
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कांग्रेस नेता ने आगे लिखा कि चुनावों के दौरान सामने आया संविधान विरोध अब नये रूप में सामने है जो हमारे संविधान को कमजोर करना चाहता है। उन्होंने कहा कि जिस संविधान से संसद चलती है, जिस संविधान की हर सदस्य शपथ लेता है, जिस संविधान से हर नागरिक को जान और जीवन की सुरक्षा मिलती है, क्या अब विपक्ष की आवाज दबाने के लिए उसी संविधान का विरोध किया जाएगा? 18वीं लोकसभा का पहला सत्र सोमवार को सभी नवनिर्वाचित सांसदों के शपथ ग्रहण के साथ शुरू हुआ और 3 जुलाई तक चलेगा। दो दिवसीय शपथ ग्रहण समारोह के बाद, 26 जून को लोकसभा अध्यक्ष का चुनाव हुआ।