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G20 India Presidency: भारत की अध्यक्षता में G20 बैठकों का शतक पूरा, क्यों इस आयोजन पर टिकी है दुनिया की निगाहें

भारत ने वाराणसी में अपनी कृषि प्रमुख वैज्ञानिकों (एमएसीएस) की बैठक के जी20 अध्यक्षता में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है। गोवा में दूसरा हेल्थ वर्किंग ग्रुप, हैदराबाद में दूसरा डिजिटल इकोनॉमी वर्किंग ग्रुप और शिलांग में स्पेस इकोनॉमी लीडर्स प्रीकर्सर मीटिंग भी सोमवार को आयोजित की जा रही है। वाराणसी की बैठक के साथ ही भारत ने जी20 समूह की अपनी अध्यक्षता में मीटिंग की सेंचुरी (शतक) पूरी कर ली है। भारत की जी20 अध्यक्षता के दौरान व्यक्तिगत रूप से भागीदारी अब तक की सबसे बड़ी भागीदारी में से एक है। अब तक 110 से अधिक राष्ट्रीयताओं के 12,300 से अधिक प्रतिनिधियों ने जी20 से संबंधित बैठकों में भाग लिया है। इसमें जी20 सदस्यों, 9 आमंत्रित देशों और 14 अंतर्राष्ट्रीय संगठनों की भागीदारी शामिल है। 

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100 जी20 बैठकें आयोजित की जा चुकी हैं
आज तक, 28 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को कवर करते हुए 41 शहरों में 100 जी20 बैठकें आयोजित की जा चुकी हैं। राज्य सरकारों और केंद्र शासित प्रदेशों के पूर्ण समर्थन और भागीदारी के साथ पूरे भारत में बैठकें आयोजित की जा रही हैं। हमारी अध्यक्षता के दौरान, भारत भर में लगभग 60 शहरों में जी20 से संबंधित 200 से अधिक बैठकों के लिए विदेशी प्रतिनिधियों की मेजबानी करेगा, जो किसी भी जी20 अध्यक्षता में सबसे व्यापक भौगोलिक विस्तार है। सभी 13 शेरपा ट्रैक वर्किंग ग्रुप्स, 8 फाइनेंस ट्रैक वर्कस्ट्रीम, 11 एंगेजमेंट ग्रुप्स और 4 इनिशिएटिव्स ने ठोस बातचीत शुरू की है।
नवंबर में सौंपी गई भारत को अध्यक्षता 
जी20 बाली शिखर सम्मेलन में 16 नवंबर 2022 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जी 20 की अध्यक्षता सौंपी गई थी। अध्यक्षता सौंपे जाने के बाद भारत की साल भर चलने वाली जी20 अध्यक्षता 1 दिसंबर 2022 को शुरू हुई। भारत इस साल 30 नवंबर तक जी20 का अध्यक्ष है। जी20 समूह की सबसे बड़ी बैठक सालाना शिखर सम्मेलन में सदस्य देशों के राष्ट्राध्यक्ष शामिल होते हैं।

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होनी है 200 से ज्यादा बैठकें
विश्व के सबसे ताकतवर देशों की इस इवेंट का मेजबान वनने पर भारत के पास मौका होगा कि वह पूरी दुनिया के सामने खुद को जोरदार तरीके से पेश कर सके। इसी मंशा से भारत ने दस महीनों में 200 से ज्यादा इवेंट करने की योजना बनाई है।  ये बैठकें करीब 60 शहरों में निर्धारित हैं। सभी 13 शेरपा ट्रैक वर्किंग ग्रुप, 8 फाइनेंस ट्रैक वर्कस्ट्रीम, 11 इंगेजमेंट ग्रुप और 4 इनिशिएटिव्स ने ठोस बातचीत शुरू की है। 
 

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