Breaking News
-
भारत ने एक बार फिर से अपने महत्वपूर्ण कूटनीतिक कमद से दुनिया को हैरान कर…
-
भारत के हथियार निर्माता जो हथियार यूरोप को बेच रहे हैं, वो यूरोप के जरिए…
-
भारत और बांग्लादेश के बीच दो मैचों की टेस्ट सीरीज का आगाज 19 सितंबर से…
-
यूक्रेन के विदेश मंत्री आंद्रेई सिबिहा ने अपने भारतीय समकक्ष एस जयशंकर से बात की।…
-
बांग्लादेश के खिलाफ खेले जा रहे पहले टेस्ट मैच में आर अश्विन ने बेहतरीन प्रदर्शन…
-
इजरायली पुलिस ने एक स्थानीय नागरिक को गिरफ्तार किया है। बताया जा रहा है कि…
-
भारतीय टीम के स्टार बल्लेबाज विराट कोहली बांग्लादेश के खिलाफ पहले टेस्ट मैच की पहली…
-
भारत में इजरायल मिशन के उप प्रमुख फारेस साएब ने दिशा परियोजना के तहत वीआर…
-
गिलगित-बाल्टिस्तान के प्रमुख राजनीतिक कार्यकर्ता सेंगे हसनन सेरिंग ने जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव कराने के…
-
देश में गैरकानूनी तरीके से पैसे का लेन-देन करने, अवैध कमाई को पकड़ने और आतंकी…
जयपुर । विश्व हिन्दू परिषद (विहिप) की राजस्थान इकाई के मंत्री सुरेश उपाध्याय ने बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिन्दुओं की हालात पर चिंता व्यक्त करते हुए शुक्रवार को केंद्र सरकार से पड़ोसी मुल्क में अल्पसंख्यकों की सुरक्षा के लिये हर संभव कदम उठाने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि विश्व समुदाय की यह जिम्मेदारी है कि बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों की सुरक्षा व उनके मानवाधिकारों की रक्षा के लिये प्रभावी कार्रवाई करें।उपाध्याय ने कहा कि निश्चित ही भारत इस परिस्थिति में आंखें मूंद कर नहीं रह सकता। भारत ने परंपरा से ही विश्व भर के उत्पीड़ित विस्थापितों की सहायता की है।
उन्होंने सुरक्षा बलों से सीमा पर कड़ी चौकसी बरतने और किसी भी तरह के अतिक्रमण को न होने देने की आग्रह किया। उपाध्याय ने कहा, “बांग्लादेश में पिछले दिनों से हिन्दू अल्पसंख्यकों के धार्मिक स्थानों, व्यावसायिक प्रतिष्ठानों और घरों को नुकसान पहुंचाया गया है। बांग्लादेश के हर जिले में इस तरह की घटनाओं की सूचनाएं मिली हैं। कट्टरपंथियों के निशाने से शमशान तक नहीं बचे है।” उन्होंने कहा कि मंदिरों को भारी क्षति पहुंचाई गयी है। बांग्लादेश में शायद ही कोई जिला बचा हो जो इनकी हिंसा व आतंक का निशाना न बना हो।
विहिप नेता ने कहा कि समय-समय पर निरंतर अंतराल पर होने वाले ऐसे दंगों का ही परिणाम है कि बांग्लादेश में हिंदू जो विभाजन के समय 32 प्रतिशत थे अब आठ प्रतिशत से भी कम बचे है और वे लगातार जिहादी उत्पीड़न के शिकार है।उन्होंने कहा कि हमारी कामना है कि बांग्लादेश में शीघ्रताशीघ्र लोकतंत्र व धर्मनिरपेक्ष सरकार पुनः स्थापित हो और वहां के अल्पसंख्यक समाज को मानवाधिकार मिले और बांग्लादेश की आर्थिक प्रगति में कोई बाधा न आये। उपाध्याय ने कहा, “भारत का हिन्दू समाज और सरकार इस विषय में निरंतर बांग्लादेश के सहयोगी बने रहेंगे।