केंद्रीय मंत्री अजय कुमार मिश्र ने कहा कि प्राकृतिक आपदा से हुए नुकसान का आकलन करने के लिए एक अंतर-मंत्रालयी केंद्रीय दल रविवार से बाढ़ प्रभावित सिक्किम का दौरा करेगा।
केंद्रीय गृह राज्य मंत्री मिश्र हिमालयी राज्य के तीन-दिवसीय दौरे पर शनिवार को यहां पहुंचे। उन्होंने कहा कि केंद्र सिक्किम में बाढ़ की स्थिति पर नजर रखे हुए है और इसने राज्य प्रशासन को सभी आवश्यक समर्थन एवं सहायता का आश्वासन दिया है।
मिश्र ने मुख्य सचिव वी बी पाठक और राज्य सरकार, सेना तथा अन्य संगठनों के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की।
उन्होंने कहा, ‘‘केंद्र सिक्किम में स्थिति पर बारीकी से नजर रखे हुए है और राज्य के लिए सभी आवश्यक समर्थन और सहायता जारी है।’’
बैठक में भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी), सीमा सड़क संगठन (बीआरओ), राष्ट्रीय राजमार्ग एवं बुनियादी ढांचा विकास निगम लिमिटेड (एनएचआईडीसी) और एनएचपीसी लिमिटेड के अधिकारी भी उपस्थित थे।
मिश्र ने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह सेना एवं राज्य प्रशासन द्वारा चलाए जा रहे बचाव और राहत कार्यों के लिए मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग के साथ लगातार संपर्क में हैं।
उन्होंने कहा कि एक अंतर-मंत्रालयी दल अचानक आई बाढ़ से हुए नुकसान का आकलन करने के लिए रविवार से दौरा करेगा, जिसमें कृषि, सड़क परिवहन और राजमार्ग, जल संसाधन, ऊर्जा और वित्त जैसे पांच केंद्रीय मंत्रालयों के वरिष्ठ अधिकारी शामिल हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘जमीनी स्थिति का जायजा लेने, क्षति का आकलन करने और आवश्यकतानुसार सहायता प्रदान करने के लिए दल कल से सिक्किम का दौरा करेगा।
केंद्र ने अचानक आई बाढ़ से प्रभावित लोगों को राहत प्रदान करने के लिए सिक्किम को राज्य आपदा प्रतिक्रिया कोष (एसडीआरएफ) के केंद्रीय हिस्से से 44.8 करोड़ रुपये की अग्रिम राशि जारी करने की मंजूरी दे दी है।
मिश्र ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी सिक्किम के लोगों के साथ एकजुटता से खड़े हैं और राज्य में सामान्य स्थिति बहाल करने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। उन्होंने राज्य सरकार के अधिकारियों से कम से कम समय में क्षतिग्रस्त बुनियादी ढांचे के पुनर्निर्माण कार्य को प्रभावी ढंग से पूरा करने के लिए अल्पकालिक और दीर्घकालिक योजनाएं तैयार करने का आग्रह किया।
राज्य मंत्री ने हिमालयी राज्य के लोगों से स्थिति को एक चुनौती के रूप में लेने और दृढ़ सकारात्मकता के साथ इस पर काबू पाने की अपील भी की, ताकि जीवन जल्द से जल्द सामान्य हो सके।
उन्होंने संकट से निपटने के लिए मुख्यमंत्री के अथक प्रयासों की सराहना की।
एक आधिकारिक रिपोर्ट में कहा गया है कि सिक्किम में अचानक आई बाढ़ में मरने वालों की संख्या शनिवार को बढ़कर 27 हो गई, जबकि उन 141 लोगों के लिए तलाशी अभियान जारी है, जो अब भी लापता हैं।
बुधवार तड़के बादल फटने से आई बाढ़ से 25,000 से अधिक लोग प्रभावित हुए, 1,200 से अधिक घर क्षतिग्रस्त हो गए और राज्य में 13 पुल बह गए।
मिश्र ने बचाव, राहत और बहाली कार्य करने के लिए राज्य सरकार के साथ मिलकर काम करने के लिए सिक्किम प्रशासन, सेना, बीआरओ, आईटीबीपी और सभी एजेंसियों के प्रयासों की भी सराहना की।
मुख्य सचिव ने केंद्रीय मंत्री को उन घटनाओं को क्रमवार अवगत कराया, जिनके कारण आपदा हुई। उन्होंने केंद्रीय मंत्री को सड़कों और दूरसंचार, पानी और बिजली जैसे अन्य महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे को हुए व्यापक नुकसान के बारे में भी बताया।
पाठक ने सेना, एनडीआरएफ, बीआरओ, आईटीबीपी और अन्य सभी एजेंसियों के साथ सक्रिय समन्वय में राज्य सरकार द्वारा उठाए जा रहे कदमों का एक व्यापक सारांश भी प्रस्तुत किया।
मिश्र ने राजभवन में राज्यपाल लक्ष्मण प्रसाद आचार्य से मुलाकात की और उन्हें संकट से उबरने के लिए केंद्र सरकार की ओर से राज्य को हरसंभव सहायता देने का आश्वासन दिया।
मिश्र रविवार को मुख्यमंत्री से मुलाकात करने वाले हैं।