Breaking News

चंपई सोरेन को राज्यपाल के निमंत्रण का इंतजार, कांग्रेस ने अपने विधायकों को किया शिफ्ट

कांग्रेस ने कहा कि उसने भाजपा को ‘खरीद-फरोख्त’ करने से रोकने के लिए झारखंड में अपने विधायकों को अलग कर लिया है। कांग्रेस पार्टी के झारखंड प्रभारी गुलाम अहमद मीर ने कहा कि उनके विधायकों को सुरक्षित स्थान पर ले जाया गया है क्योंकि राज्यपाल ने समर्थन पत्र मिलने के बावजूद चंपई सोरेन के शपथ ग्रहण समारोह में देरी की। प्रवर्तन निदेशालय द्वारा गिरफ्तार किए जाने से पहले हेमंत सोरेन के मुख्यमंत्री पद छोड़ने के तुरंत बाद चंपई सोरेन को बुधवार को सत्तारूढ़ झामुमो के विधायक दल के नेता के रूप में चुना गया था।

इसे भी पढ़ें: CM पद को लेकर JMM में रार! BJP का दावा, बसंत सोरेन को मुख्यमंत्री बनाना चाहते हैं शिबू सोरेन

कांग्रेस नेता ने कहा कि जब भाजपा और उसके सहयोगियों की बात आती है तो कुछ ही घंटों में शपथ समारोह आयोजित किया जाता है। उन्होंने दावा किया कि भाजपा के साथ गठबंधन की घोषणा के महज 5 घंटे बाद जदयू नेता नीतीश कुमार ने बिहार के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। नीतीश कुमार के मामले में उन्होंने इस्तीफा देने के ठीक पांच घंटे बाद शपथ ली। झारखंड के मामले में बहुमत होने के बावजूद, उन्होंने मुख्यमंत्री को शपथ नहीं दिलाई। इससे संदेह पैदा होता है। राज्यपाल के पास मांग पत्र है। 

इसे भी पढ़ें: Prajatantra: 23 सालों में 12 सीएम, गठन के बाद से ही राजनीतिक अस्थिरता का शिकार रहा झारखंड

जब उनसे कांग्रेस विधायकों के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि उन्हें सुरक्षित स्थान पर रखा गया है। कई विधायक आसान निशाना हो सकते हैं। अगर राज्यपाल ने नए मुख्यमंत्री को शपथ दिला दी होती तो हमें ऐसा करने की जरूरत नहीं होती। हमने उनके इरादों के आकलन के आधार पर सुरक्षित पक्ष लिया। हमने अपने विधायकों को खुले में नहीं रखा है।

Loading

Back
Messenger