लखनऊ। आजाद समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और नगीना से सांसद चंद्रशेखर आजाद ने 11 अक्टूबर को हरदोई स्थित जेल में सपा नेता आजम खान के बेटे अब्दुल्ला आजम से मुलाकात की। इस मुलाकात के दौरान चंद्रशेखर ने कहा कि उनका और अब्दुल्ला आजम का रिश्ता राजनैतिक नहीं, बल्कि पारिवारिक है। उन्होंने कहा कि आजम परिवार ने हमेशा उनकी कठिनाइयों में मदद की है, और आज इस रिश्ते को और मजबूत करने के लिए वे जेल पहुंचे हैं। चंद्रशेखर ने यह भी बताया कि जब उन्होंने जेल में अब्दुल्ला से मिलने का विचार किया था, तो यह सोचा था कि वह परेशान होंगे, लेकिन जब उनसे मुलाकात हुई, तो उनकी ताजगी और आत्मविश्वास ने यह साबित कर दिया कि अब्दुल्ला एक बहादुर इंसान हैं और साहस के साथ अपनी लड़ाई लड़ रहे हैं।
इस मुलाकात के बाद पत्रकारों से बात करते हुए चंद्रशेखर ने कहा कि वे इस संघर्ष को अकेले नहीं, बल्कि अपनी पूरी पार्टी के साथ सड़क से लेकर संसद तक लड़ेंगे। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि सत्ता में बैठे लोग अब्दुल्ला आजम पर दबाव बना रहे हैं, और इसके खिलाफ उनका परिवार और समर्थक खड़े होंगे। चंद्रशेखर ने कहा कि यह लड़ाई सिर्फ अब्दुल्ला आजम के खिलाफ नहीं, बल्कि उनके परिवार और सभी उत्पीड़ित लोगों के हक में है।
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चंद्रशेखर ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर भविष्य में कोई षड्यंत्र रचा गया, तो उनकी पार्टी और समर्थक किसी भी कीमत पर इस अत्याचार का विरोध करेंगे। उन्होंने कहा, “जब सरकार बदलेगी, तो इन फर्जी मुकदमे दर्ज करने वालों को विशेष ध्यान में लिया जाएगा।” चंद्रशेखर ने स्पष्ट किया कि उनका संघर्ष केवल राजनीति तक सीमित नहीं है, बल्कि यह एक आंधी की तरह उठेगा, जो हर उस व्यक्ति को जगाएगा जो समाज के कमजोर वर्गों पर हो रहे अन्याय को नजरअंदाज कर रहा है।