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नाम बदलने से वास्तविकता नहीं बदलती, MEA का चीन को करारा जवाब

G2G समझौते के तहत भारतीय कामगारों के इजराइल जाने पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि भारत से लोगों का पहला जत्था इजराइल गया है। हमारे लिए उनकी सुरक्षा महत्वपूर्ण है। हमने इजराइली अधिकारियों से भी उनकी सुरक्षा को गंभीरता से लेने का आग्रह किया है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि इजराइल में हमारे लगभग 18,000 लोग कार्यरत हैं। हमारी एम्बेसी लगातार उनसे संपर्क में है। उनकी सुरक्षा और देखभाल हमारे लिए एक अहम मुद्दा है।

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विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जयसवाल ने कहा कि ताइवान में भूकंप आने के बाद वहां मौजूद हमारे 2 लोगों से संपर्क नहीं हो पा रहा था। अब उनसे संपर्क हो गया है। वे लोग सुरक्षित हैं। भारत-बांग्लादेश संबंधों पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जयसवाल ने कहा कि भारत-बांग्लादेश संबंध बहुत मजबूत और गहरे हैं। हमारी अर्थव्यवस्था से लेकर व्यापार, निवेश, विकास सहयोग और कनेक्टिविटी तक बहुत व्यापक साझेदारी है जो सभी क्षेत्रों में फैली हुई है। चीन द्वारा अरुणाचल प्रदेश में स्थानों का नाम बदलने पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जयसवाल कहते हैं कि हमने इस मुद्दे पर बार-बार बात की है। हमने पिछले कुछ हफ्तों में कुछ बयान दिए हैं। हमने अपना बयान दोहराया है… कुछ नाम लेकर आप वास्तविकता को मत बदलो। वास्तविकता यही है। अरुणाचल प्रदेश भारत का एक अभिन्न, अविभाज्य हिस्सा है और यह वैसा ही रहेगा।

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बता दें कि चीन अरुणाचल प्रदेश को ज़ंगनान या दक्षिण तिब्बत को चीनी क्षेत्र का हिस्सा बताता है। राज्य पर अपना दावा फिर से जताने के लिए चीन के हालिया बयानों की शुरुआत बीजिंग द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अरुणाचल प्रदेश यात्रा पर भारत के साथ राजनयिक विरोध दर्ज कराने से हुई, जहां उन्होंने अरुणाचल प्रदेश में 13,000 फीट की ऊंचाई पर बनी सेला सुरंग को राष्ट्र को समर्पित किया।  

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