छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता टीएस सिंह देव ने शुक्रवार को कहा कि मुख्यमंत्री पद पर फैसला कांग्रेस आलाकमान करेगा और सभी को स्वीकार्य होगा। 2.5 साल के मुख्यमंत्री फॉर्मूले पर अनुभव साझा करते हुए डिप्टी सीएम ने कहा, ‘पिछले पांच साल में ढाई-ढाई साल को लेकर हमारा अनुभव अच्छा नहीं रहा। हमने सर्वसम्मति से निर्णय लिया कि आलाकमान जो निर्णय करेगा वही अंतिम होगा। हम अटकलें नहीं चाहते, क्योंकि इससे रिश्तों में भी तनाव पैदा होता है। इसलिए हमने इसे आलाकमान पर छोड़ने का फैसला किया है।
टीएस सिंह देव ने यह भी कहा कि सीट शेयर में वास्तविक वोट शेयर का पता नहीं चलता। जहां तक आरोपों की बात है तो गंदी राजनीति शुरू हो गई है। उन्होंने कहा कि महादेव ऐप में भी आप देख सकते हैं कि चुनाव से पहले कहा गया था कि 508 करोड़ रुपये बरामद हुए हैं। मतदाता परिपक्व हो गए हैं…लोग इसे राजनीतिक मानते हैं…इसलिए इसका असर नहीं हुआ है। एग्जिट पोल के अनुमानों पर देव ने कहा कि उन्हें विश्वास है कि सबसे पुरानी पार्टी राज्य में सत्ता बरकरार रखेगी।
इसे भी पढ़ें: Exit Polls पर बोले Sanjay Raut, कांग्रेस के अच्छे दिन आ गए है, सबसे पुरानी पार्टी की जीत इंडिया ब्लॉक की जीत होगी
इससे पहले इस साल जून में, देव, जो स्वास्थ्य मंत्री के रूप में कार्यरत थे, को राज्य के उपमुख्यमंत्री के रूप में नियुक्त किया गया था। जब कांग्रेस 2018 में सत्ता में आई, तो देव मुख्यमंत्री पद की दौड़ में सबसे आगे थे, लेकिन भूपेश बघेल ने रेस में बाजी मार ली। देव को कैबिनेट मंत्री बनाया गया। दोनों नेताओं के बीच सत्ता को लेकर खींचतान की खबरें आई थीं।
गुरुवार को आए एग्जिट पोल में छत्तीसगढ़ में कांग्रेस और बीजेपी के बीच कड़ी टक्कर की भविष्यवाणी की गई है। हालांकि, कांग्रेस को राज्य में बढ़त है। इंडिया टुडे-एक्सिस माई इंडिया पोल में कांग्रेस को 90 में से 40-50 सीटें और बीजेपी को 36-46 सीटें मिलने का अनुमान लगाया गया है। एबीपी सी-वोटर ने कांग्रेस को 41-53 सीटें और बीजेपी को 36-48 सीटें मिलने का अनुमान लगाया है। रिपब्लिक टीवी के एग्जिट पोल में कांग्रेस को 44-52 सीटें, बीजेपी को 34-42 सीटें दी गईं; इंडिया टीवी-सीएनएक्स पोल में कांग्रेस को 46-56 सीटें और बीजेपी को 30-40 सीटें मिलने का अनुमान लगाया गया है।