अरूणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खांडू ने बुधवार को आश्वासन दिया कि चीन के हांगझोउ में एशियाई खेलों में भाग नहीं ले सकीं राज्य की तीन वुशु खिलाड़ियों को भारतीय वुशु टीम के सहभागियों के रूप में लिया जाएगा तथा उन्हें राज्य की खेलकूद नीति के तहत 20 लाख रुपये प्रोत्साहन राशि दी जाएगी।
इन तीन वुशु खिलाड़ियों को हांगझोउ एशियाई खेलों के लिए चीन की यात्रा का वीजा नहीं मिला था जिससे वे इस खेलकूद आयोजन में भाग नहीं ले सकीं।
मुख्यमंत्री कार्यालय के बयान के अनुसार तीन वुशु खिलाड़ियों– ओनिलू टेगा, नेमान वांग्सू और मेपुंग लामगू ने यहां खांडू से उनके कार्यालय में मुलाकात की। उनके साथ खेल एवं युवा मामले के मंत्री मामा नाटुंग, उनके कोच मैबाम प्रेमचंद्र सिंह, खेल सचिव आबू तायेंगे तथा अरूणाचल ओलंपिक एसोसिएशन और अरूणाचल वुशु एसोसिएशन के अधिकारी भी थे।
खांडू ने कहा कि ये तीनों एथलीट एशियाई खेल के लिए क्वालीफाई करने वाली अरुणाचल की पहली खिलाड़ी थीं लेकिन वे इस प्रतिष्ठित आयोजन में शामिल नहीं हो पायीं, जिसके लिए उनकी कोई गलती नहीं है। उन्होंने कहा कि एशियाई खेल में भाग लेने वाले एथलीट से जुड़ी राज्य की खेल नीति के अनुसार तीनों को 20-20 लाख रुपये नकद प्रोत्साहन राशि मिलेगी।
उन्होंने यह भी कहा कि कोच मैबाम प्रेमचंद्र सिंह को इन एथलीटों को मिलने वाली प्रोत्साहन राशि का 10 प्रतिशत हिस्सा मिलेगा।
युवा वुशु खिलाड़ियों से बातचीत में खांडू ने उन्हें और कठिन प्रशिक्षण करने तथा जापान के टोक्यो में होने वाले अगले 2026 एशियाई खेल पर ध्यान देने के लिए प्रोत्साहित किया।
उन्होंने कहा, ‘‘ सच्चे खिलाड़ी के तौर पर आपसे आशा है कि आप निराश न हों तथा अगले टूर्नामेंट के लिए और कठिन तैयारी करें। भले ही आप इस बार अपनी प्रतिभा नहीं दिखा पाये हों लेकिन हमारे लिए आप नायिका हैं और पदक विजेता हैं।’’
उन्होंने उन्हें अपने भविष्य की चिंता नहीं करने को भी कहा क्योंकि राज्य की खेल नीति श्रेष्ठ खिलाड़ियों को सरकारी नौकरी देती है।